मुख्यमंत्री ने की जापान के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से मुलाकात
जापान के प्रधानमंत्री को बिहार आने का दिया न्योता
पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) । सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जापान की राजधानी टोक्यो पहुँचने पर जापान में भारत के राजदूत सुजान चिनॉय द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर जापान के विदेश राज्य मंत्री कजायुकी नकाने ने मुख्यमंत्री के सम्मान में भोज का आयोजन किया, जिसमें मुख्यमंत्री सहित शिष्टमण्डल में सम्मिलित सदस्य शामिल हुये। भोज के दौरान मुख्यमंत्री ने चर्चा के क्रम में कहा कि भारत और जापान के आपसी संबंध शुरू से मैत्रीपूर्ण रहे हैं और वैश्विक परिदृष्य में एक नई ऊॅचाई को छू रहे हैं।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अवे से सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में मुलाकात हुई। जापान के प्रधानमंत्री ने मुलाकात के क्रम में भारत और जापान के बेहतर रिश्तों पर चर्चा करते हुये कहा कि दोनों देशों के संबंध मैत्रीपूर्ण रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जापान आमंत्रण के लिये उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि बिहार न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वे जब भी भारत आयें तो अपने बहुमूल्य समय में से कुछ समय बिहार के लिये अवश्य निकालें।
मुख्यमंत्री ने जापान के प्रधानमंत्री के साथ विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने पर्यटन, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण की अपार संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने हाई स्पीड रेल लिंक जिस पर बुद्ध सर्किट को जोड़ा जाना है और उसे पीस कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाना है, के संबंध में तकनीकी सहयोग की अपेक्षा जताई। जापान के प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात में दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण रिश्तों पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री और जापान के प्रधानमंत्री की आपसी यात्राओं से दोनों देशों के बीच संबंधों में प्रगाढ़ता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीके) के माध्यम से पटना को गया, बोधगया, राजगीर, नालंदा को जोड़ने का काम चल रहा है, जिसे वैशाली तक बढ़ाने की आवश्यकता है, इससे इसकी प्रासंगिकता और बढ़ेगी तथा लोगों को सभी बुद्धिस्ट स्थलों की यात्रा करने में सुविधा होगी एवं इससे दोनों देशों के बीच पर्यटन की संभावना को और बल मिलेगा। मुख्यमंत्री ने जापान के प्रधानमंत्री को इसके लिये धन्यवाद भी दिया। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना मेट्रो का डी0पी0आर0 एवं नालंदा विश्विघालय में जापान के सहयोग को लेकर उनके मंत्रिमण्डल सहयोगियों के साथ विस्तार से चर्चा होगी।
जापान के प्रधानमंत्री से मुलाकात के पश्चात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो से मुलाकात हुयी और दोनों देशों के परस्पर संबंधों पर विस्तृत चर्चा हुई। चर्चा के क्रम में बिहार से जापान के बीच सीधी विमान सेवा के संबंध में भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे जापान के नारा और बिहार के आपसी संबंध और मजबूत होंगे एवं दोनों देशों के पर्यटक यात्रा कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में युवाओं की संख्या ज्यादा है और यहॉ के युवा मेधावी और मेहनती हैं। अगर बिहार में इन्डस्ट्रीयल सेंटर बनता है तो काफी अच्छा होगा और लोगों के लिये रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। जापानी निवेशकों को भी आकर्षित करने के संबंध में सार्थक चर्चा हुई।
हाई स्पीड रेलवे पर विस्तृत चर्चा
इसके पश्चात मुख्यमंत्री की अन्तर्राष्ट्रीय हाई स्पीड रेलवे एसोसिएशन के अध्यक्ष मासाफुमी शुकुरी से भारतीय दूतावास में मुलाकात हुई। मासाफुमी शुकुरी के साथ मुख्यमंत्री की बुद्धिस्ट केन्द्रों को जोड़ते हुये पीस कॉरिडोर के रूप में हाई स्पीड रेलवे को विकसित करने के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने मासाफुमी शुकुरी को इस संबंध में अपने विषेषज्ञों के साथ आकर प्री सर्वे करने का आमंत्रण और सुझाव दिया।
जापान में रहने वाले बिहारियों के साथ मुलाकात
मुख्यमंत्री की आज जापान में रहने वाले बिहार के लोगों के साथ भी मुलाकात हुई। उन्होंने बिहार में हो रहे विकास कार्यों के संबंध में लोगों को बताया, साथ ही जापान में रह रहे बिहार के मेधावी लोगों को जो यहॉ की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे रहे हैं, उन्हें बधाई दी। जापान में रह रहे बिहार के लोगों ने मुख्यमंत्री से कई तरह के प्रश्न पूछे, जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, जापान में भारत के राजदूत सुजान चिनॉय, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा सहित शिष्टमण्डल में शामिल अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। आज मुख्यमंत्री के सम्मान में जापान में भारत के राजदूत सुजान चिनॉय द्वारा रात्रि भोज भी दिया गया।