BJP अध्यक्ष अमित शाह से मिलने से पहले मु्ख्यमंत्री नीतीश ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। कई दिनों की चुप्पी के बाद नीतीश कुमार ने आज दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद कहा कि हमें इग्नोर करने वाले खुद ही राजनीति से इग्नोर हो जाएंगे.
इससे पहले, दिल्ली में आयोजित जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. 2019 के लोकसभा चुनाव से जुड़े राजनीतिक फैसले लेने के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया. रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि करप्शन के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। साथ ही साथ उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को करप्शन के मुद्दे पर साफ रुख नहीं रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस पार्टी आरजेडी के साथ रहेगी, तब तक कांग्रेस से कोई बातचीत नहीं की जाएगी। साथ ही साथ एक बार फिर बिहार के विशेष राज्य के दर्जा दिलाने की मांग की। कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने इशारों इशारों में BJP को भी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि सबसे खराब स्थिति में भी जदयू को 17% वोट मिला था। नीतीश कुमार का कहना है कि जो राजनीति में हमें इग्नोर करेगा वह खुद राजनीति से इग्नोर हो जाएगा। यानि साफ है कि 12 जुलाई को पटना में होने वाली अमित शाह के साथ बैठक होने से पहले नीतीश कुमार ने साफ साफ संकेत दे दिए हैं कि राजनीति में कोई बड़ा या छोटा नहीं होता.
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू के बीच तालमेल को लेकर कई पेंच हैं। गौरतलब है 2014 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू अकेले चुनाव लड़ केवल 2 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी 22 सीटों पर जीत दर्ज की। लेकिन जेडीयू लगातार इस बात की मांग कर रही है। बिहार विधानसभा में उसकी ताकत को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा सीटें दी जाए। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार अपनी प्रेशर पॉलिटिक्स में कितना कामयाब होंगे।
एक देश एक चुनाव के पक्ष में नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक देश एक चुनाव के पक्षधर हैं रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के उस बिल का समर्थन करने को तैयार है जहां केंद्र सरकार एक देश एक चुनाव कराने का विचार कर रही है.
ब्यूरो रिपोर्ट