एक बड़ी खबर आ रही है एनआईओएस से डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षकों के लिए. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशांक ने आज एनआईओएस से डीएलएड से प्रशिक्षित शिक्षकों के लिए खुशखबरी दी है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आज स्पष्ट किया कि भारत सरकार ने एनआईओएस से डीएलएड किए हुए प्रशिक्षित शिक्षकों के हक में उचित फैसला लिया है. साथ ही साथ उन्होंने स्पष्ट किया कि पटना हाई कोर्ट के फैसले का मानव संसाधन विकास मंत्रालय सम्मान करेगा.
दरअसल मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आज Live प्रोग्राम रखा था जिसने बिहार के डीएलएड किए हुए शिक्षकों ने लाखों की संख्या में ट्वीट किया था. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री पोखरियाल ने यह बातें कहीं. मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशांक के इस वक्तव्य के बाद बिहार में एनआईओएस डीएलएड की हुए छात्रों में एक खुशी की लहर दौड़ गई है.
एनआईओएस से 18 माह का यह कोर्स देशभर के 12 लाख और बिहार के करीब 2.63 लाख लोगों ने किया था. मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशांक के स्पष्ट बयान के बाद एनआईओएस डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षक संघ के नेता पप्पू कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब बिहार सरकार को भी अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अब भारत सरकार,पटना हाई कोर्ट और त्रिपुरा हाई कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अब बिहार सरकार को जो छठे चरण की बहाली प्रक्रिया चल रही है उसमें एनआईओएस डीएलएड किए हुए छात्रों को भी शामिल करना चाहिए. संघ के नेता पप्पू कुमार ने कहा कि हम लोग पहले से ही बच्चों को पढ़ा रहे थे अगर बिहार सरकार हम सबको नियोजन प्रक्रिया में शामिल करती है तो आने वाले भविष्य को सुधारने में मदद करेंगे.
राजेश तिवारी