एनडीए ने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम किया:पीएम




दिल्ली में एनडीए के 38 दलों की बैठक
पीएम मोदी ने की अध्यक्षता
विपक्ष की बैठक प्रफुल्ल पटेल अजित पवार के साथ पहुंचे
भाजपा ने बिहार से चार पार्टियों को जोड़ा

देश सबके प्रयास से चलता है और एनडीए का लक्ष्य विकसित भारत का है. सबने एनडीए को मजबूती प्रदान की है. एनडीए किसी को सत्ता से बेदखल करने के लिए नहीं बल्कि देश में सरकार को स्थायित्व प्रदान करने,लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम किया गया. कभी देश के जनादेश के साथ अपमान नहीं होने दिया. ये बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के अशोका होटल में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस में शामिल 38 दलों की मीटिंग के बाद संबोधित करते हुए कहा है. इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे थे.


एनडीए के 25 साल और केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर यह बैठक बुलाई गई है. इसमें 2024 लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से एनडीए गठबंधन की सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा होगी. एनडीए  मई 1998 में बनाई गई थी, तब इसके संयोजक जार्ज फर्नांडिस थे. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे शिवसेना की ओर से और एनसीपी के बागी गुट के नेता अजित पवार-प्रफुल्ल पटेल पहली बार बैठक में शामिल हुए हैं. प्रफुल्ल पटेल पटना में हुई विपक्ष की पहली बैठक में भी शामिल हुए थे. शिंदे उद्वव ठाकरे से बगावत के बाद एनडीए में शामिल हुए हैं.

बीते कुछ साल में भाजपा कुछ पुराने सहयोगी दल एनडीए  से अलग हुए हैं. इनमें कर्नाटक से जनता दल (यूनाइटेड), महाराष्ट्र से उद्धव ठाकरे की शिवसेना और पंजाब से अकाली दल बादल शामिल हैं.हालांकि, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी , उत्तर प्रदेश में ओपी राजभर की सुभासपा, बिहार में जीतन राम मांझी की हम  और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भाजपा के साथ आई हैं. बैठक में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति नाथ पारस भी पहुंचे. बैठक से पहले चिराग पासवान ने पीएम मोदी के पैर छुए तो प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनको गले लगाया.वहीं, पशुपति नाथ पारस से पीएम ने हाथ मिलाया. बिहार से 4 पार्टियां एडीए की बैठक में शामिल हुई हैं. एनडीए की बैठक से पहले चिराग पासवान ने कहा- उनकी पार्टी अब एनडीए का हिस्सा है. मैंने बीजेपी नहीं, नीतीश के कारण एनडीए छोड़ा था.


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By pnc

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