एक तरफ महागठबंधन में राजद और माले ने अपनी अपनी उम्मीदवारों की लिस्ट करीब-करीब फाइनल कर दी है जबकि कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर बवाल मचा हुआ है.
इधर एनडीए में बीजेपी और जदयू के बीच तल्खी कम नहीं हो रही. एक तरफ लोजपा और दूसरी तरफ सीट शेयरिंग को लेकर बीजेपी और जदयू के बीच संबंध लगातार बनते बिगड़ते दिख रहे हैं. आज नौबत ये आ गई कि बीजेपी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए सफाई देनी पड़ी कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहे हैं और चुनाव के बाद नीतीश कुमार ही बीजेपी जदयू गठबंधन के मुखिया होंगे.
दरअसल जदयू मीडिया में लगातार आ रही उन खबरों से परेशान है जिसमें बीजेपी और लोजपा के बीच नीतीश के खिलाफ पक रही खिचड़ी के बारे में कहा जा रहा है. एक तरफ चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार पर हमले बोल रहे हैं दूसरी तरफ बीजेपी की तारीफ कर रहे हैं और यही नीतीश कुमार को और जदयू को नागवार गुजर रहा है. नतीजा यह हुआ कि जब आज बीजेपी के शीर्ष नेता नीतीश कुमार से मिलने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे तो मुख्यमंत्री ने उन्हें दो टूक कह दिया कि आप अपनी स्थिति स्पष्ट कीजिए तब आगे की बात होगी. इसके बाद आनन-फानन में बीजेपी ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई. प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल 40 सेकंड में अपनी बात कह कर निकल लिए उनकी बात से स्पष्ट था कि बीजेपी नीतीश कुमार के दबाव में काम कर रही है. संजय जयसवाल ने कहा कि एनडीए में वही रहेगा जो नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार करेगा. नीतीश के दबाव में भारतीय जनता पार्टी लोजपा को एनडीए से बाहर भी कर सकती है.
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