5 बिहार बटालियन NCC के कैम्प में 492 कैडेट ले रहे हैं ट्रेनिग
ट्रेनिग में मात्र 10 प्रतिशत ही हैं लड़कियाँ
12 डीग्री से 1200 डिग्री का हो जाता है तापमान
5 बिहार बटालियन एनसीसी का इन दिनों दस दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण स्थानीय महाराजा कॉलेज में चल रहा है. भोजपुर जिले के आरा, जगदीशपुर, शाहपुर,बिहियाँ, कोइलवर,बड़हरा समेत कई अन्य क्षेत्रों में रहने वाले बच्चे इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे है. प्रशिक्षण लेने वाले कुल 492 कैडेट्स में मात्र 60 ही लडकियां हैं जो इस प्रशिक्षण में भाग ले रही हैं. लड़कियों का इस मामले में प्रतिशत देखा जाये तो बहुत ही कम लगभग 12 प्रतिशत मात्र है. भले ही ये संख्या प्रतिशत के मामले में कम लग रहा हो पर जोश और उमंग में ये 100 नहीं बल्कि 200 प्रतिशत है, ये बात फायरिंग रेंज पर निकलती गोलियाँ टारगेट पर जा इसका परिचय देती हैं.
सुबह 6 बजे का समय और 12 डिग्री की सर्द मौसम में हवा की सनसनाती ठंढक के बीच महाराजा कॉलेज के ग्राउंड में पूरी मुस्तैदी से पिन ड्राप सन्नाटे में बैठे ये सारे कैडेट्स NCC के सबसे बड़े सूत्र अनुशासन का परिचय देकर ये साबित कर देते हैं कि इनके हौसले को रोकने वाला कोई नहीं. क्योंकि कहा भी गया है कि अगर वक्त और अनुशासन की कद्र किसी ने सिख लिया तो 50 प्रतिशत सफल तो वह उसी समय हो जाता है और बाकि उसके परिश्रम का परिणाम होता है. सुबह की ताज़ी और ठंडी हवाओं के बीच व्यक्तित्व के आंतरिक विकास के लिए बच्चों ने कई योग मुद्राओं का ध्यान और अभ्यास आचार्य विजेंद्र की देखरेख में किया. 10 दिवसीय प्रशिक्षण में पिछले आठ दिनों में इसके पूर्व इन कैडेटसो ने पीटी, ड्रिल,रायफल ड्रिल,कबड्डी, और फायरिंग का प्रशिक्षण लिया.
9वें दिन फायरिंग और वाद विवाद में जीते पुरस्कार
10 दिवसीय प्रशिक्षण के 9वें दिन कैडेट्सोँ ने अहले सुबह फायरिंग की ट्रेनिग ली फिर योगा की कई मुद्राओं के बाद पुनः फायरिंग प्रत्तियोगिता रखी गयी. जिसमे पॉइंट .22 रायफल से कैडेट ने फायरिंग किया और उन्हें पुरस्कृत करने के लिए चुना गया. शाम में वाद विवाद प्रत्तियोगिता भी रखी गयी जिसका विषय बड़ा ही रोचक “आरक्षण” रखा गया जिसपर अच्छी चर्चा भी हुई.
12 डिग्री से 1200 डिग्री पर पहुँच जाता था तापमान
12 डिग्री के मौसम में घर छोड़ कर कुछ करने के जूनून से भरे NCC के कैडेट्स किस उमंग और जोश से भरे थे इस बात को पुख्ता करती थी उनकी आवाज…. 492 कैडेट्स और चन्द ट्रेनरों की आवाज जब रह रहकर भारत माता की जय के नारे लगाते थे तो आवाज की बुलंदी तापमान को 12 डिग्री से 1200 डिग्री में तब्दील हो जाता था.
बच्चों का सर्वांगीण विकास जरुरी- कर्नल जोशी
उत्तराखंड के रहने वाले कर्नल विनोद जोशी बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं. वे बताते हैं कि उनके पास 25 टोपियाँ हैं जो उनके विभिन्न जगहों के पोस्टिंग का प्रतिक है एक ऊर्जा का प्रतिक है. वो हमेशा ऊंची उड़ान की सोच रखते हैं और शायद बच्चे के सर्वांगीण विकास की इसीलिए बात करते हैं. कर्नल जोशी के अनुसार अभी कैडेट्स का अपना विकास जरुरी है क्योंकि जबतक वो तैयार नहीं होगा वो देश के बारे में नहीं सोच सकता है. मानसिक,वैचारिक और शारीरिक तौर पर एक कैंडिडेट को तैयार करना सबसे जरुरी है. भारत के लिए लगभग 65 कमीशन ऑफिसरों को तैयार करने वाले कर्नल जोशी तीन पीढ़ियों से देश को अपनी सेवा दे रहे हैं और भोजपुर की मिट्टी को बहुत उर्वर और ओजस्वी मानते है. उनके अनुसार ये रणबांकुरों और प्रतिभाओं से भरी भूमि है.
NCC के इन कैडेट्स को कई गुणों से भरने के लिए कर्नल विनोद जोशी के नेतृत्व में जो टीम है उसमें शामिल हैं- कर्नल पीएल जयराम, SM हारून मिंज, सूबेदार दशरथ सिंह, सूबेदार विनय कुमार सिंह, सूबेदार भारत सिंह, बीएचएम सुनील कुमार, लेफ्टिनेंट बबिता पांडेय, एएनओ रामजीत यादव, एएनओके एम पाठक, एएनओ सीताराम सिंह और सीटीओ सुधांशु पाठक .
रिपोर्ट -आरा से ओ पी पाण्डेय