सिविल कोर्ट के गेट पर अधिवक्ताओं के संगठन आइलाज ने किया नये कानून का बहिष्कार
आरा, 29 जुलाई. ऑल इंडिया लायर्स एशोसियेशन फ़ॉर जस्टिस (AILAJ) सिविल कोर्ट आरा भोजपुर इकाई आइलाज द्वारा केंद्रीय कमिटी में लिए गए निर्णय के आलोक में 1 बजे दिन में सोमवार को तमिलनाडु बार एसोसिएशन ( JAAC) द्वारा जंतर-मंतर दिल्ली में तीन अपराधिक कानून को वापस लेने के लिए किये जा रहे धरना-प्रदर्शन के समर्थन में सिविल कोर्ट के गेट पर प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस के केंद्रीय कमेटी के सदस्य अमित कुमार गुप्ता उर्फ बंटी अधिवक्ता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने 1 जुलाई 2024 से जो तीन अपराधिक कानून लागू किया है,यह लोकतंत्र के लिए खतरा है. इस कानून को लागू होने से पुलिस प्रशासन को पावर अधिक मिल गया है,जिसे पुलिसिया राज की संज्ञा दी गई है.
केंद्र सरकार द्वारा भारतीय न्याय संहिता भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम में बदलाव, बाबा भीमराव अंबेडकर के संविधान और लोकतंत्र पर हमला है. इसलिए केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि तीनो अपराधिक कानून को तत्काल वापस लिया जाए और लोकसभा में जब यह कानून पास हो रहा था तब केंद्र की मोदी सरकार ने सैकड़ो माननीय सांसद को लोकसभा से निलंबित कर दिया था पर बार बेंच दोनों को इस कानून के बारे में शिक्षित प्रशिक्षित नहीं किया गया.
पुलिसकर्मियों को भी इस कानून के बारे में शिक्षित प्रशिक्षित किए बगैर इसको 1 जून 2024 से लागू कर दिया गया तीनों कानून को अभिलंब रोक लगाओ इसको वापस लो लोकसभा में पुन चर्चा करो अन्यथा इसके खिलाफ आगे भी आंदोलन किया जाएगा पर प्रदर्शन में शामिल पर मुख्य अधिवक्ताओं में ऑल इंडिया लॉर्ड्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस के केंद्रीय कमेटी के सदस्य अमित कुमार गुप्ता उर्फ बंटी राज्य कमेटी के सदस्य कामेश्वर यादव निर्मल कुमार राम वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र राय ज्योति कलश मोहम्मद मुख्तार सुभाष यादव श्याम बिहारी चौधरी कामता यादव आरा बार एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार दशरथ शाह राहुल कुमार सिंह शहीद दर्जनों अधिवक्ता शामिल थे
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