दो एके-47 राइफल के साथ,बड़ी संख्या में कारतूस बरामद
एक पर पूर्व मुखिया और कोबरा जवान की हत्या बैंक लूट सहित दर्जनों मामले दर्ज
तीन दर्जन नक्सली कांडों में थे वांछित
राज्य सरकार ने 2013 में ही इसके विरुद्ध पांच लाख का इनाम घोषित किया था
जोनल कमेटी का सचिव रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल और जोनल नक्सली कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज
बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने सारण के गंडक नदी दियारा क्षेत्र में छापेमारी कर दो दुर्दांत नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई में एसटीएफ ने दो एके-47 राइफल और भारी मात्रा में कारतूस भी बरामद किया है. उत्तर बिहार पश्चिमी जोनल कमेटी का सचिव रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल और जोनल नक्सली कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज को पकड़ने में एसटीएफ को सफलता मिली है. पूर्वी चंपारण के मधुबन थाना अंतर्गत कृष्णानगर का रहने वाला नक्सली राम बाबू राम उर्फ राजन पांच लाख रुपये का इनामी है. वहीं, शिवहर के तरियानी का रहने वाला रामबाबू पासवान उर्फ धीरज दो दर्जन कांडों में आरोपी और वांछित है. हाल के दिनों में बिहार एसटीएफ की यह नक्सलियों के विरुद्ध सबसे बड़ी सफलता है. एसटीएफ के अनुसार, रामबाबू राम साल 2001 से ही लगातार फरार था.
नक्सली गतिविधयों में इसकी सक्रियता को देखते हुए राज्य सरकार ने 2013 में ही इसके विरुद्ध पांच लाख का इनाम घोषित किया था. इनामी नक्सली रामबाबू राम पूर्व मुखिया और कोबरा जवान की हत्या, बैंक लूट समेत तीन दर्जन गंभीर आपराधिक कांडों में वांछित है. मोतिहारी के मधुबनी में 2005 में एसीबाआइ बैंक पर हमला करने और बैंक गार्ड की हत्या करने के मामले में उस प्राथमिकी है. 2013 में मुजफ्फरपुर के देवरिया में विधायक प्रतिनिधि भोला सिंह तो 2018 में बाल्मीकिनगर के मलकौली पंचायत के पूर्व मुखिया मनोज कुमार सिंह की हत्या में वह वांछित है. 2019 में गया के लुटुआ क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर हमला और कोबरा बटालियन के एक अवर निरीक्षक के बलिदान होने की घटना में भी उसकी संलिप्तता रही है.
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