अब कैसे ध्यान आया और नाम काटने की नौबत आई
सर्वाधिक चौथी कक्षा के 74 हजार 394 छात्र-छात्राओं का कटा नाम
विद्यालयों में नामांकन के बावजूद बिना सूचना के लगातार गैरहाजिर थे छात्र
पहली कक्षा के 31 हजार 567
दूसरी कक्षा के 49 हजार 214
तीसरी कक्षा के 67 हजार 294
चौथी कक्षा के 74 हजार 394
पांचवी कक्षा के 72 हजार 832
छठी कक्षा के 63 हजार 667
सातवीं कक्षा के 60 हजार 354
आठवीं कक्षा के 58 हजार 563
नौवीं कक्षा के 4 हजार 934
11वीं कक्षा के 3 हजार 765
12वीं कक्षा के 2 हजार 198
पटना. अपर मुख्य सचिव के के पाठक किसी को बख्शने के मूड में नहीं हैं. के के पाठक के आदेश के बाद प्रारंभिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों से अब तक पांच लाख 39 हजार 466 छात्र-छात्राओं के नामांकन रद्द किए जा चुके हैं.ये विद्यार्थी पहली कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के हैं, जो सरकारी विद्यालयों में नामांकन के बावजूद बिना सूचना के लगातार गैरहाजिर थे.
शिक्षा विभाग का मानना है कि इनमें दोहरे नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या अधिक होगी, जो पढ़ाई के लिए निजी विद्यालयों में नामांकित हैं, लेकिन सरकार की लाभुक योजनाओं का लाभ लेने के लिए अभिभावकों ने उनका सरकारी विद्यालयों में नाम लिखा रखा है. ऐसे विद्यार्थी सरकारी विद्यालयों से लगातार गैरहाजिर चल रहे थे.
शिक्षा विभाग की मॉनीटरिंग रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी विद्यालयों में गैरहाजिर चल रहे करीब पांच लाख 40 हजार विद्यार्थियों के नाम काटे जा चुके हैं.उनमें पहली कक्षा के 31 हजार 567, दूसरी कक्षा के 49 हजार 214, तीसरी कक्षा के 67 हजार 294, चौथी कक्षा के 74 हजार 394, पांचवी कक्षा के 72 हजार 832, छठी कक्षा के 63 हजार 667, सातवीं कक्षा के 60 हजार 354, आठवीं कक्षा के 58 हजार 563, नौवीं कक्षा के 4 हजार 934, 11वीं कक्षा के 3 हजार 765 और 12वीं कक्षा के 2 हजार 198 विद्यार्थी हैं.
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