राजमिस्त्री की बेटी मुन्नी को राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित

By pnc Oct 23, 2016

इंजीनियर बनना चाहती है दलित टोले की मुन्नी 

पिता राजमिस्त्री का काम करके चलाते हैं परिवार 




7 नवम्बर को राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित 

देश भर से 32 बच्चे होंगे सम्मानित 

नया आइडिया बताओ इनाम पाओ 

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पटना के फुलवारी शरीफ प्रखंड मुख्यालय से दस किलोमीटर दूर ढिबड़ा – शाहपुर के सटे फ़तेहपुर गाँव के  दलित टोले में रहने वाली सातवीं क्लास में पढने वाली मुन्नी को राष्ट्रपति सम्मान के लिए चयन किए  जाने की जानकारी मिलते ही दलित टोले में ख़ुशी का माहौल है.देशभर के हजारों छात्रों को पीछे छोड़ते हुए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट प्रतियोगिता में चयनित 32 बच्चों में फुलवारी शरीफ के फ़तेहपुर टोले की रहने वाली गरीब दलित परिवार की मुन्नी का नाम भी शामिल हो गया है. आगामी सात नवंबर को दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी इन 32 बच्चो को सम्मानित करेंगे. इस अनोखी प्रतियोगिता के लिए देशभर के 55 हजार 89 छात्रों का आइडिया दिल्ली पहुंचा था. जिसमे  से सिर्फ 32 छात्रों के आइडिया को ही चयनित किया है.  मुन्नी ने बताया की करीब छह महीने पहले एक दिन एक सर हमारे स्कूल में आए थे. उन्होंने छठवां से आठवां तक के सारे बच्चों से कहा कि कुछ नया चीज बनाने का आइडिया लिखो. ऐसा कुछ भी लिखो जिससे लोगों की मदद हो सके,ऐसा कुछ नया बनाया जाए जिससे लोगों को सहुलियत हो. मुन्नी बताती है की सोंच में पड़ गई की अब क्या करे. इस बीच स्कूल के सारे बच्चे अपनी अपनी मर्जी और समझ से लिखने लगे. अचानक मुन्नी के मन में आया कि क्यों ने एक ऐसा सिस्टम बन जाए जिससे कार के गेट में अंगुली दबने का खतरा खत्म हो जाए क्योंकि मुन्नी की एक अंगुली एक बार कार के गेट में दब कर चोटिल हो चुकी थी. इसके बाद मुन्नी ने लिखा की कुछ ऐसा सिस्टम कार के गेट में लगाया जाए जिससे अनजाने में कार के गेट में किसी की अंगुली न फंसे और ऐसा होने पर तुरंत लाल बत्ती जल जाये. जिससे सबको पता चले की कार के गेट में अंगुली दब गई है. मुन्नी ने बताया की फिर रेड लाइट जलनेवाली आइडिया मैंने लिखकर उस अनजाने सर को कॉपी थमा दी. अनजान सर अपने साथ सभी बच्चों की लिखी आईडिया को लेकर चले गये. इस बात को अबतक स्कूल के बच्चे भूल भी गये थे. लेकिन जब इसकी जानकारी उसे मिली की उसका चयन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट प्रतियोगिता के लिए हुआ है तो ख़ुशी के आंसू छलक पड़े.परिवार के साथ ही दफ़तेहपुर के दलित टोले में सभी लोगों में हर्ष का माहौल है.

फ़तेहपुर गाँव के नजदीक ही राजकीय मध्य विद्यालय ढिबरा में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले मुन्नी अपने तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी है. वह बड़ा होकर इंजीनियर बनने का ख्याब पाले हुए हैं. गरीब परिवार में जन्मी मुन्नी के दादा बैलगाड़ी चलाते रहे और पिता नरेंद्र राम राजमिस्त्री का काम करके परिवार को दो जून की रोटी का जुगाड़ भर कर पाते हैं. अत्यंत गरीब परिवार की मुन्नी के इंजीनियर बनने का ख्वाब सुनकर भले ही लोग उसका उपहास उड़ाते थे. अब भारत के महामहिम राष्ट्रपति के हाथों सम्मान मिलने की खबर से मुन्नी के हौसले को पंख लग गये हैं. मुन्नी को गणित बनाने में अच्छा लगता है जिस विषय का नाम सुनते ही अधिकांश बच्चे के पसीने छूटने लगते हैं . मुन्नी अपनी सभी विषयों में सबसे ज्यादा नम्बर गणित में ही लाती है.

रिपोर्ट –फुलवारीशरीफ से अजीत कुमार

 

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