आज सोमवार है और आज के दिन के स्वामी सोम यानी चंद्रमा हैं. ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा जातक के मन का स्वामी होता है. ऐसे में यदि जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति ठीक न हो या वह दोषपूर्ण स्थिति में हो तो जातक को मन और मस्तिष्क से संबंधी परेशानियां होती हैं. चन्द्रमा मां का सूचक है और मन का कारक है . ग्रहों में चंद्रमा को स्त्री स्वरूप माना गया है.भगवान शिव ने चंद्रमा को मस्तक पर धारण किया हुआ है, इसलिए भगवान शिव को चंद्रमा का देवता कहा गया है और सोमवार को भगवान शंकर की पूजा विशेष फलदायी होती है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार सोमवार व्रत में व्यक्ति को प्रातः स्नान करके शिव जी को जल और बेल पत्र चढ़ाना चाहिए और शिव-गौरी की पूजा करनी चाहिए. पूजा में:- श्वेत फूल, सफेद चन्दन, चावल, पंचामृत, अक्षत, पान,सुपारी, फल, गंगा जल, बेलपत्र,धतूरा-फल तथा धतूरा-फूल से शिव-पार्वती तथा साथ में गणेशजी, कार्तिकेय और नंदी जी की भी पूजा-अर्चना करनी चाहिए।शिव पूजन के बाद सोमवार व्रत कथा सुननी चाहिए. इसके बाद केवल एक समय ही भोजन करना चाहिए.