रूरल एरिया में करीब 1.1 लाख माइक्रो एटीएम
शहरी, अर्द्ध शहरी इलाकों में करीब 90,000 माइक्रो एटीएम
केंद्र सरकार ने ग्राहकों को पैसे निकालने और जमा करने के लिए काफी मंथन करने के बाद अब माइक्रो एटीएम भेजने का फैसल किया है .सरकार ने बैंकों को रूरल एरिया में करीब 1.1 लाख माइक्रो एटीएम और शहरी, अर्द्ध शहरी इलाकों में करीब 90,000 माइक्रो एटीएम ऐक्टिवेट करने के निर्देश दिए हैं. माइक्रो एटीएम से हर हफ्ते करीब 70,000 ट्रांजैक्शंस होते हैं और सरकार को उम्मीद है कि इससे बैंक ब्रांच और एटीएम नेटवर्क पर कुछ दबाव कम होगा. देश में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद होने के बाद नए नोट पाने की जद्दोजहद में करीब 2 लाख माइक्रो एटीएम राहत पहुंचाएंगे जिसे ग्रामीण इलाकों के अलावे छोटे शहरों में भी जल्द ही भेजे जाएंगे .
इन मशीनों में यूजर को कार्ड स्वाइप कर एटीएम की तरह पिन नंबर डालना होता है. लोगों को पैसे देने और उनके पैसे जमा करने के लिए बैंक कर्मचारी मौजूद होते हैं जो उन्हें पैसे देते हैं.इसके अलावा माइक्रो एटीएम वो भी होते हैं जो छोटे आकार की एटीएम की तरह नजर आने वाली मशीन होती है. इन मशीनों को वैन या अन्य छोटे वाहन में रखकर कहीं भी ले जाया जा सकता है. यह वाहन उन जगहों पर जाएंगे जहां एटीएम नहीं है और लोग इनकी मदद से पैसे निकाल और जमा कर पाएंगे. फिलहाल यह सुविधा कम उपलब्ध है लेकिन जल्द इसे ग्रामीण इलकों में उपलब्ध करवाया जाएगा.माइक्रो एटीएम भी आम एटीएम की ही तरह काम करती है. इसमें पैसे निकालने के लिए डेबिट कार्ड, एटीएम पिन नंबर की जरूरत होगी. ग्राहकों की मदद के लिए वहां एक बैंक का कर्मचारी भी होगा जो मशीन चलाने में मदद करेगा.