विश्व रक्तदाता दिवस (14 जून 2021) विशेष
बिहार सरकार के सौजन्य से दीपक कुमार सिंह, भा.प्र.से. सचिव, आई.ए.एस. ऑफिसर्स एसोसिएशन, बिहार के नेतृत्व में आई.ए.एस ऑफिसर्स एसोसिएशन, आई.ए.एस ऑफिसर्स वाईव्स एसोसिएशन एवं आई.एफ.एस. ऑफिसर्स एसोसिएशन, बिहार द्वारा माँ वैष्णो देवी सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में 14 जून 2021 विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर, पी.एम.सी.एच, पटना में थैलीसीमिया से पीड़ित नन्हें बच्चों के लिए निर्मित ‘डे केयर सेंटर’ हेतु, आई.ए.एस. भवन, निकट एयरपोर्ट प्रवेश द्वार, पटना में प्रातः 10 बजे से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 150 से अधिक रक्तदाताओं ने रक्तदान कर अहम भूमिका निभाई.
राज्य स्वास्थ्य समिति के सहयोग से आयोजित इस अति-महत्वपूर्ण रक्तदान शिविर का उद्घाटन त्रिपुरारी शरण, मुख्य सचिव, बिहार द्वारा किया गया. आमिर सुबहानी, विकास आयुक्त, बिहार सरकार इस अवसर के विशिष्ट अतिथि रहे. जी एस. कंग, पूर्व मुख्य सचिव, बिहार तथा वर्तमान में, उपाध्यक्ष, बिहार राज्य योजना पर्षद की अध्यक्षता में शिविर को सफलतापूर्वक संचालित किया गया. इस आयोजन में ए. एन. शरण, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, बिहार विशेष अतिथि रहे. विवेक सिंह, अध्यक्ष, आई.ए.एस. ऑफिसर्स एसोसिएशन एवं हरजोत कौर, सचिव, आई.ए.एस ऑफिसर्स वाईव्स एसोसिएशन की गरिमामयी उपस्थिति रही. प्रत्यय अमृत ए.सी.एस, स्वास्थ्य विभाग, मनोज कुमार एक्ज़ीक्यूटिव डाईरेक्टर, राज्य स्वास्थ्य समिति ने भी शिविर आयोजन में भाग लिया तथा शिविर में हर तरह की तकनीकी व्यवस्था को सुनिश्चित किया साथ ही मनोज कुमार द्वारा शिविर में रक्तदान भी किया गया.
मुकेश हिसारिया ने बताया कि माँ वैष्णो देवी के आशीर्वाद और प्रेरणा प्रोत्साहन और आशीर्वाद के साथ विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर आयोजित आज के रक्तदान शिविर में 163 युनिट ब्ल्ड PMCH ब्ल्ड बैंक में जमा होने के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ है . बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के मुताबिक पिछले 2 साल में एक बार में रक्तदान के जरिए जमा किया गया 163 यूनिट ब्लड का यह सबसे बड़ा आयोजन है.
माँ वैष्णो देवी सेवा समिति प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पीड़ित मानवता में सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार प्रकट करती है.
रक्तदान शिविर के दौरान माननीय अतिथियों ने वीडियो के माध्यम से उन तीन थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों से भी मुलाक़ात की, जिन्हें भारत के प्रतिष्ठित अस्पताल CMC वेल्लोर में विशेष उपचार के लिए भेजा गया है. उनके उपचार की समीक्षा सीधे, मुख्य मंत्री, बिहार नीतीश कुमार द्वारा समय समय पर किया जाता है. चार और थैलीसीमिया पीड़ित बच्चे, जिन्हें कुछ समय उपरांत CMC वेल्लोर भेजा जाना है, वे भी वहाँ आए थे तथा उन्हें पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार द्वारा विशेष उपहार तथा इन-डोर पौधों से सम्मानित किया गया.
रक्तदान शिविर अत्यंत सफल रहा, इसमें लगभग 150 से भी ज़्यादा रक्तदाताओं ने इस नेक कार्य के लिए रक्त दान किया. शिविर में भाग लेने वाले सभी रक्तदाताओं को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार द्वारा इन-डोर पौधे एवं प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया. रक्त दान शिविर के माध्यम से आए लगभग 150 से अधिक यूनिट रक्त का उपयोग ‘डे केयर सेंटर’ पीएमसीएच, पटना द्वारा थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए किया जाएगा.
मुख्य सचिव, बिहार त्रिपुरारी शरण ने अपने उद्घाटन भाषण में यह विश्वास दिलाया कि थैलीसीमिया से पीड़ित नन्हें बच्चों के लिए और ‘डे केयर सेंटर’ की व्यवस्था में सरकार पूरा सहयोग करेगी, ताकि इस बीमारी से ग्रसित बच्चों को दूर न जाना पड़े. उन्होंने माँ वैष्णो देवी सेवा समिति के आयोजकों तथा स्वयंसेवकों को उनके इस नेक कार्य के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनकी प्रशंसा भी की. आमिर सुबहानी, विकास आयुक्त, बिहार सरकार जो इस अवसर के विशिष्ट अतिथि थे, ने अपने भाषण में कहा कि पूरे राज्य में ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उन्हें इलाज के दायरे में लाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा, इसके लिए आवश्यक हुआ तो विशेष ड्राइव भी चलाया जाएगा. जी. एस. कंग, पूर्व मुख्य सचिव, बिहार तथा वर्तमान में, उपाध्यक्ष, बिहार राज्य योजना पर्षद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस विषय पर सक्षम मार्गदर्शन तदुपरांत पूरी व्यवस्था पर सीधी निगरानी रखने, राज्य के अंदर व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने और बच्चों के विशेष उपचार हेतु उन्हें CMC वेल्लोर भेजने की व्यवस्था करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया.
‘डे केयर सेंटर’ द्वारा गत रविवार दिनांक 6 जून 2021 तक 1700 पीड़ित नन्हें बच्चों को ब्लड चढ़ाया जा चुका है.
दीपक कुमार सिंह भा.प्र.से, प्रधान सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार ने कहा कि ‘कोविड महामारी के शुरू होने उपरांत, इस प्रकार के पहले वृहद् रक्त दान शिविर का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया है. कोविड 19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों में रक्तदान ना होने के कारण रक्त की अत्यंत कमी हो गयी है, तथा इसका सीधा असर इन बच्चों पर आता है. मुझे तहेदिल से अत्यंत प्रसन्नता है की इस शिविर के माध्यम से दान में आए रक्त को थैलीसीमिया से पीड़ित नन्हें बच्चों के लिए के लिए ‘डे केयर सेंटर’ पीएमसीएच पटना द्वारा इस्तेमाल क्या जाएगा.
राजेश तिवारी