दूसरे राज्यों में जाने की मजबूरी खत्म
जांच के लिए लग जाता था एक सप्ताह का समय
मनचाहा पैसा देकर मिलती थी जांच रिपोर्ट
नौकरी के लिए बिहार से विदेशों में जाने वाले लोगों को मेडिकल फिटनेस बनाने के लिए अब दिल्ली, मुंबई एवं कोलकता जैसी शहरों में नहीं जाना पड़ेगा. इन लोगों को पहले मेडिकल जांच के लिए एक सप्ताह तक वहां रहना पड़ता था. उसके एवज में दलाल मनचाहा पैसा वसूलते थे. दूसरे राज्यों में जाने की मजबूरी खत्म कर दी गयी है. विदेश मंत्रालय के पटना स्थित बिहार-झारखंड इमीग्रेटस कार्यालय के सहयोग से पटना के आठ लैब की जांच रिपोर्ट को मान्यता मिली थी. अब उन सभी आठ लैबों में जांच शुरू हो गयी है.देश से बाहर काम करने के लिए जाने वाले लोगों की मेडिकल जांच अनिवार्य है. अब तक जांच के नाम पर बिहारके लोगों को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था. साथ ही वहां एक सप्ताह से अधिक रहना पड़ता था. इसके लिए उन्हें एजेंट को अलग से पैसा भी देना पड़ता है. कई लोगों को तो मेडिकल जांच के नाम पर पैसे की भी ठगी भी हुई है. लेकिन अब पटना में इसकी सुविधा आठ सेंटरों पर शुरू हुई है.
पटना में इन लैबों को मिली है मान्यता
सारा डायगोन्सिटक सेंटर कंकड़बाग ,ए मेडिकल सेंटर राजीवनगर, बलूसी मेडिकल सेंटर खेमनीचक, अलजजीरा मेडिकेयर इंडिया आशियाना-दीघा रोड, ओएमबीएस मेडिकल सेंटर इंडिया बुद्ध मार्ग, , ओमोहमद्दी हेल्थ केयर सिस्टम पीसी कॉलोनी, शिविर डायगोन्सिटक गोला रोड, यूनिवर्सल मेडिकेयर कुर्जी मोड़ व ए आत्मज शामिल है.