गणपति की पूजा के साथ- साथ स्वस्थ्य मनोरंजन हो ,कुछ ऐसा काम जो समाज को एक सन्देश देती हो, तो कार्यों से मस्ती के पल दुगने हो जाते है.छुट्टियां भी और एक सन्देश के साथ अपनी प्रतिभा का परिचय भी . ऐसा ही कुछ मिला मुंबई के चांदीवाली इलाके में रहने वाले लोगों के बीच .फैशन शो और नाटक औए रंगारंग कार्यक्रम में इनकी प्रतिभा कम नहीं दिखी .सबसे पहले फैशन शो में इनका कैट वाक किसी मॉडल से कम नहीं था.भारत की पारम्परिक वेश- भूषा का बेजोड़ नमूना जब ये पेश कर रहे थे तब लोग तालियाँ बजा कर इनकी प्रतिभा का सम्मान कर रहे थे . रैंप पर इनकी अदा देख कौन इन्हें मॉडल नहीं कहेगा. फैशन शो का कांसेप्ट तैयार किया था मोहिनी माहेश्वरी ने.
नाटक –मस्ती की पाठशाला
छोटे छोटे जोक्स को आपस में जोड़ कर तैयार किये गए नाटक में स्कुल की पढ़ाई,ऑफिस का प्रॉब्लम घर में और घरेलु प्रॉब्लम स्कूल में जैसे गूढ़ विषय को बड़े ही जीवंत तरीके से कलाकारों ने प्रस्तुत किया. राजीव, प्रियंका,संजय ,शीबा,,सृष्टि ,सार्थ ,कालरा ,राकेश, मलिक ने साथ में मिल कर इस नाटक और फैशन शो को डिजाइन किया और प्रस्तुति से उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया .सन्देश किसी फिल्म से कम नहीं और मनोरंजन का भरपूर डोज. मॉडर्न फास्ट लाइफ में कैसे सामंजस्य बैठाया जाए की चिंता को इन कलाकारों ने बड़े ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया .इनकी प्रस्तुति को देख कोई यह नहीं कह सकता कि ये कलाकार नहीं है.
मुंबई से ओ पी पाण्डेय की रिपोर्ट