अनावश्यक बयानबाजी कर गुमराह करने से बाज आएं तेजस्वी
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा मोहन भागवत पर अशांति फैलाने वाली टिप्पणी पर पलटवार किया है। मंगल पांडेय ने कहा कि 15 सालों तक बिहार में हिंसा और विद्वेष फैला -शासन करने वाले आज सामाजिक सौहार्द्र की बात कर दूसरों को -शांति का पाठ पढ़ा रहे हैं। तेजस्वी पहले खुद आत्मचिंतन करें तब दूसरों पर ठीकरा फोड़ें। मंगल पांडेय ने तेजस्वी को याद दिलाते हुए कहा कि बिहार
की जनता उनके मम्मी और पापा के शासनकाल से अच्छी तरह अवगत हैं। शायद उन्हें वो काला दिन देखने का मौका नहीं मिला इसलिए वे अतित से परे मनग-सजयंत बयान देते हैं। 1990 से 2005 के बीच इस सियासी परिवार के किस्से सुन आज भी लोगों के रोंगटें खड़े हो जाते हैं। इस दौरान पूरे परिवार ने मिलकर राज्य को न सिर्फ जातियता की आग में धकेला बल्कि अपराध और अपराधियों को प्रश्रय देकर राज्य में अशांति एवं अस्थिरता
का माहौल बनाया। मंगल पांडेय ने कहा कि मोहन भागवत बिहार में अशांति फैलाने नहीं बल्कि लोगों को सभ्यता और संस्कृति के प्रति जागरूक करने तथा राष्ट्रवाद, सामाजिक सद्भाव एवं राष्ट्र के विकास में समाज की भूमिका के संदर्भ में अपना संदेश देने आए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ की विचारधारा पर उंगली उठाने से पहले राजद के उत्तराधिकारी इतिहास से वाकिफ हो लें। न कि अनावश्यक बयानबाजी कर लोगों
को गुमराह करें। तोड़ने का काम आरएसएस नहीं बल्कि राजद और उसके नेता करते हैं। इसका प्रमाण अररिया लोकसभा उपचुनाव की जीत पर की गई नारेबाजी है।