ड्रोन कैमरे,सेटेलाइट कैमरे और फोटोग्राफरों की निगाह में होगा बिहार
चप्पे चप्पे पर होगी नजर
15 को सभी जिलों के लिए अलग-अलग ड्रोन भेजे जाएंगे
मानव श्रृंखला की पूरी प्रक्रिया की 30 मिनट की फिल्म भी बनेगी
बिहार में शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को राज्य में 11,292 किलोमीटर लंबी बनने वाली मानव श्रृंखला की तस्वीर के लिए तीन सैटेलाइट का उपयोग किया जाएगा. इस मानव श्रृंखला में करीब दो करोड़ लोगों के शामिल करने की योजना है. इस मानव श्रृंखला का केंद्र बिंदु पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान होगा जहां से यह राज्य की सीमाओं तक अटूट रूप से बढ़ेगी.
यह पहला मौक़ा होगा जब दो करोड़ लोग जन चेतना जागृत करने के लिए मानव श्रृंखला बना कर दुनिया के लोगों को शराब और नशा मुक्ति का सन्देश देंगे .शराबबंदी के समर्थन में 21 जनवरी को बिहार में आयोजित मानव श्रृंखला का बिहार सरकार ने समय निर्धारित कर लिया है.इसके लिए 21 जनवरी को दोपहर सवा बारह बजे से 1 बजे तक का वक्त निर्धारित किया है. 11 हजार किमी लम्बी मानव श्रृंखला की तस्वीर लेने के लिए बिहार सरकार सेटेलाइट से फोटोग्राफी भी करवाएगी. तस्वीरों को लेने का जिम्मा फोटोग्राफर, ड्रोन कैमरों के साथ-साथ सैटेलाइट कैमरों पर भी होगा. इसके लिए बिहार सरकार के अधिकारियों ने इसरो के अधिकारियों के साथ चर्चा की. बिहार सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि 21 जनवरी को दिन के सवा 12 बजे से 1 बजे तक पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनेगा.इसके लिए सभी जिलों में तैयारी शुरू कर दी गई है . स्पेस फोटोग्राफी के जरिए ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी बिहार का नाम आ जायेगा.इसकी भी तैयारी कर ली गई है. जानकार सुत्रों ने बताया कि इस कार्यक्रम में 2 करोड़ से अधिक लोग शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक इसरो के तीन सेटेलाइट से मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी होगी. आयोजन को लेकर राजधानी समेत बिहार के सभी जिलों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.मुख्य सचिव ने बताया कि तीन सेटेलाइट के माध्यम से मानव शृंखला की तस्वीर ली जाएगी. साथ ही साथ छह हेलीकॉप्टर भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में घूमेंगे। इससे निगरानी और विडियो रिकॉर्डिंग दोनों होगी. मानव शृंखला की पूरी प्रक्रिया की 30 मिनट की फिल्म भी बनेगी. इस दौरान ट्रैफिक कंट्रोल की जिम्मेदारी पुलिस को दी गई है. 15 को सभी जिलों के लिए अलग-अलग ड्रोन भेजे जाएंगे. इस ड्रोन से मानव शृंखला के रूट की निगरानी, चल रही तैयारी आदि की तस्वीर ली जाएगी.
मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन, जनशिक्षा निदेशक विनोदानंद, सहायक निदेशक गालिब आदि उपस्थित थे. इसरो की टीम में दो कोलकाता और तीन हैदराबाद कार्यालय के सदस्य शामिल हैं.