योग को जीवन का आधार बनाएं, घर को मंदिर तथा शाकाहार जीवन अपनाएं : पद्मश्री बिमल जैन




9 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगा एवं शाकाहार पर आशा बिहार में कार्यक्रम आयोजित 

दिव्यांग अस्पताल में कार्यक्रम का किया गया आयोजन 

योग के साथ-साथ शाकाहार को जीवन में अपनाने पर बल दिया गया 

9 वें  अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्व दिवस पर संजय आनन्द दिव्यांग अस्पताल, पहाड़ी में मरीजों, परिजन, अस्पताल के सहयोगियों के बीच आशा बिहार द्वारा आयोजित योगा कार्यक्रम में बिहार के प्रसिद्ध योगाचार्य विनोद झुनझुनवाला ने योग वर्ग में कहा कि योगा स्वास्थ्य की कुंजी है. योग से तन स्वस्थ, मन निर्मल और आत्मस्य होता है.इस अवसर पर आशा बिहार की राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष सरोज पाटनी जैन ने योग के साथ-साथ शाकाहार को जीवन में अपनाने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति अपने जीवन में 500 से ज्यादा जानवरों का भक्षण अपने जीम के स्वाद के लिए करता है. स्वाद के लिये किसी प्राणी का जीवन लेना इंसानियत पर कलंक है. आज देश के प्रधानमंत्री ने योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाकर स्वास्थ्य की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

इस अवसर पर आशा बिहार के उपाध्यक्ष पद्मश्री बिमल जैन ने कहा कि योग को जीवन का आधार बनाएं, घर को मंदिर बनाएँ तथा शाकाहार जीवन अपनाएँ. शिविर के प्रारंभ में अस्पताल के महासचिव पद्मश्री बिमल जैन ने योगाचार्य विनोद झुनझुनवाला का स्वागत तिलक, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया. इस आयोजन में महिला इमदाद कमिटी की समस्याएं भी साथ थी. इमदाद कमेटी की सचिव डॉ. पूनम चौधरी का सम्मान भी अंगवस्त्र से किया गया. आज के कार्यक्रम की विशेष उपलब्धि यह थी कि डॉ पूनम चौधरी अब से मरीजों को प्रोटीन और ताकत के लिए मांसाहार की जगह शाकाहारी प्रोटीन यथा दाल, पनीर, नट्स व हरी सब्जी के प्रयोग की सलाह दिया. इस अवसर पर विनोद जैन, रणजीतकुमार, एक्यूप्रेशर विशेष लीलावती अग्रवाल, सरोज जैन मास्टर कार्णिक की उपस्थिति उल्लेखनीय थी. सभी प्रतिभागियों के बीच लक्ष्मी और ग्लूकोज वितरण किया गया. कार्यक्रम का प्रारंभ वंदे मातरम, दीप प्रज्ज्वलन तथा समापन राष्ट्रगान से हुआ.

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By pnc

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