अनशन की बागडोर छठे दिन महिला शक्ति के हाथ
महिला दिवस पर विवि को बचाने आगे आईं शाहाबाद की बेटियाँ
कल होगी कुलपति और जिलाधिकारी के साथ समन्वय समिति की वार्ता
आरा, 8 मार्च(रवि प्रकाश सूरज). लीड संगठन के सदस्य अनिरूद्ध सिंह के आमरण अनशन के छठवें दिन विवि को बचाने की लड़ाई में शाहाबाद की 4 बेटियाँ और विवि की छात्राएं संध्या सिंह, सोनाली कुमारी, सुरभि लता और रूपाली कुमारी भूख हड़ताल पर बैठी. इनके अलावा आज छात्राओं स्नेहा कुमारी, अंकिता सिंह, प्रिया कुमारी ने भी अनशनस्थल पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. आज छठे दिन अनिरुद्ध का रक्तचाप अब तेजी से गिर रहा है और इसको देखते हुए लीडरशिप फ़ॉर एजुकेशन एंड डेमोक्रेसी की कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया कि अनिरुद्ध सिंह के साथ अप्रिय घटना हुई तो लीड सदस्य अमित सिंह गौतम इस आन्दोलन के नेतृत्व को निर्णायक बिंदु तक ले जाएंगे. इसी बीच अब इस आमरण अनशन को छात्र राजद का समर्थन मिल जाने से प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है.
विवि प्रशासन ने अनशन तोड़ने की गुजारिश की
एक महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम में कुलपति देवी प्रसाद तिवारी के साथ विवि के रजिस्ट्रार कैप्टेन श्रीकृष्ण सिंह, सीसीडीसी हीरा प्रसाद, छात्रकल्याण डीन के के सिंह और पूर्व परीक्षा नियंत्रक रामतवाक्या सिंह आज शाम अनशनस्थल पर आए और छात्रों से आमरण अनशन तोड़ने की गुजारिश की.
लीड कार्यकारिणी सदस्यों ने इस मुद्दे पर समन्वय समिति बनाकर कुलपति के साथ कल वार्ता करने का प्रस्ताव रखा जिसे विवि ने मंजूर कर लिया। कुलपति ने छात्रों के साथ जिलाधिकारी को भी वार्ता के लिए आमंत्रित किया। आज छात्र राजद के नेता भीम यादव, रजनीश यादव और पंकज सम्राट ने धरनास्थल पर अपने सम्बोधन में विवि की जमीन के बंदरबांट के लिए राज्य सरकार को दोषी करार दिया और कहा कि यह सरकार पूरी तरह से अक्षम हो चुकी है। जिला प्रशासन की तरफ से आज छठे दिन सुबह नवादा थानाध्यक्ष ने आकर हालात का जायजा लिया। उसके बाद आरा सदर के अंचलाधिकारी ने अनशनकारी छात्रों से एक लिखित ज्ञापन की माँग की। लीड सदस्यों ने कहा कि अब सरकार-प्रशासन ज्ञापन मांगकर मामले को दबाना चाहती है। अनिरुद्ध ने बताया कि यह आन्दोलन तब तक चलेगा जब तक डी एम और सांसद-विधायक प्रतिनिधि एक कमिटी बनाकर छात्रों और विवि के अधिकारियों से वार्ता न करें और विवि की भूमि के आवंटन को सरकार से तत्काल प्रभाव से रद्द करने की अनुशंसा न करें।
विविक एबीवीपी प्रमुख और हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो रणविजय कुमार ने अपने सम्बोधन में इस दुर्भाग्यपूर्ण प्रकरण के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन को आड़े हाथों लिया। लोकप्रशासन विभागाध्यक्ष कुंदन सिंह और इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो विजय सिंह ने भी इसे सरकार और प्रशासन की अदूरदर्शिता करार दिया। विवि के शिक्षकों के अलावा आज शेरशाह कॉलेज, सासाराम के बेचू प्रसाद सिंह, पटेल कॉलेज बिक्रमगंज के रमेश सिंह और बी जी कॉलेज भभुआ के अजय बिहारी भी अनशनस्थल पर जमे रहे। कल बीती रात पूर्व विधायक और जाप नेता भाई दिनेश आये और अनिरुद्ध की हालत को देखते हुए अनशन तोड़ने को कहा।
मगर लीड के सदस्य प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा ठोस कार्रवाई करके भूमि आवंटन रद्द करने की मांग पर अड़े रहे। आज धरने पर बैठने वाले छात्रों में वैभव कुमार पाठक, मनमीत ओझा, अविनाश कुमार, उदय सिंह, विशाल नारायण, चन्दन ओझा, शांता पाण्डेय, रविश बाबू, बालकृष्ण, भार्गव, अमित बिहारी थे। वैभव कुमार पाठक और रवि शंकर सिंह कल दिन भर समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठेंगे।