राज्य के मदरसों में हो रही लूटपाट- डा दानिश रिजवान
करोड़ो रुपये मदरसे के विकास के कहाँ गए किसी को पता नहीं
सरकारी मदरसे को संचालित करने वाले मुर्दे को पकड़ा ‘हम’ ने
बिहार के शिक्षा की खिल्ली उड़ने के बाद भी शिक्षा का स्तर सुधर नहीं रहा.अब तो ऐसे शिक्षा स्थलों के खुलासे हो रहे हैं जिसका संचालन मुर्दे किया करते हैं. आरा के तरी मोहल्ला में स्थित मदरसा इसका उदाहरण है. ऐसे सैकड़ों छोटे शिक्षा केंद्र हैं पर लोगों की कम सक्रियता की वजह से ऐसे कई शिक्षा के अड्डे गलत तरीके से चल रहे हैं.
“हम” ने सरकार के शिक्षा विभाग के कार्यशैली पर सवालिया निशान उठाते हुए राज्य के मदरसों में हो रही लूटपाट की न्यायिक जाँच करने की माँग की है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा दानिश रिजवान ने आरा के मदरसा वहिदिया का ज़िक्र करते हुए कहा कि मदरसे के आधुनिकीकरण के लिए सरकार ने संस्थान को करोड़ों रूपये दिए, लेकिन प्राचार्य मो इरशाद और उनके रिश्तेदारों ने मिलकर ग़रीब और अनाथ बच्चों के पैसों को गटक गए. डा दानिश ने बताया कि सरकारी मदरसा होने के बावजूद मदरसे में प्राईवेट स्कुल और कोचिंग का संचालन किया जा रहा है,जबकि किसी भी सरकारी शिक्षण संस्थान में प्राईवेट संस्थान चल ही नही सकता.
20 सालों से मदरसे बोर्ड का नहीं हुआ है गठन
राज्य मदरसा बोर्ड का स्पष्ट निर्देश है कि हर पाँच वर्ष में आम सभा के माध्यम से मदरसे की कमिटी का पुर्गठन किया जाए परन्तु उक्त मदरसे की कमिटी का पुनर्गठन पिछले 20 साल में हुआ ही नही है. डॉ दानिश ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि मो शहाबुद्दीन नामक शिक्षक जिनकी मृत्यु हुए वर्षों हो गए हैं वह भी शिक्षक प्रतिनिधि की हैसियत से मदरसा कमिटी में है. वह न केवल मदरसे को संचालित कर रहा है बल्कि नई सरकारी नियुक्ति भी कर रहा है.
प्राचार्य के गुंडे करते हैं मारपीट
डा दानिश ने कहा कि जब भी कोई मदरसे की कमिटी बनाने का प्रयास करता है उसके साथ या तो प्राचार्य और उसके गुंडे मारपीट करते हैं या झूठा मुकदमा करने की धमकी देतें हैं. इससे पहले लगभग 20 वर्ष पुर्व मो रजा खान ने मदरसे के भ्रष्टाचार को लेकर नई कमिटी के गठन की बात कही थी तो उनके साथ इनलोंगे ने मारपीट की घटना की थी.
15 को कमिटी गठन में हो सकता है मारपीट
डा रिजवान ने कहा कि स्थानीय लोगों ने तय कर लिया है कि मदरसे की नई कमिटी का गठन आगामी 15 जनवरी को सुबह 11 बजे होगा और उसकी सूचना संबंधित पदाधिकारियों को भी दे दी गई है. साथ ही सुरक्षा बलो की प्रतिनयुक्ति की भी माँग मदरसे में करने की मांग की गयी है. जिससे कमेटी का चुनाव शांति से हो सके.