दीपावली के मौके पर जुआ खेलने के गलत रिवाज पर लोगों को जागरूक करने में जुटे ‘सदा’ के रंगकर्मियों ने नुक्कड़ नाटक की नई कड़ी में उदय कुमार द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक “लुट गया बबुआ जुआ में” की प्रस्तुति दानापुर रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर में की.
नाटक में जुए को लेकर लुटते, बर्बाद होते आम जन, गरीब-मजदूर की दुर्दशा को दर्शाया गया है. दीपावली के मौके पर रिवाज के तौर पर मजदूर बुधुवा का साथी जुए के अड्डे पर ले जाता है जहां वह अपना सबकुछ हार जाता है. महाजन से कर्ज ले और जुआ खेलता है मगर उसे वहां सिर्फ हार मिलती है. कर्ज में डूब जाने के कारण उसका घर-परिवार बिखर जाता है. और पुलिस उसे जुआ खेलने के इल्जाम में पकड़ लेती है. बुधुवा और उसके परिवार की जिंदगी तबाह हो जाती है. नाटक में जुआ को बड़ी बुराई के रूप में दर्शाते हुए इससे दूर रहने का संदेश दिया गया है.
कलाकारों में रंजन, विजय, मनोज सिन्हा, शोयब कुरैशी, प्रदीप विश्वकर्मा, उदय कुमार, शशिकांत, प्रदीप कबीर श्रीवास्तव, प्रेमराज, रोहित, रामनाथ शामिल थे.
रिपोर्ट- दानापुर से चन्द्रशेखर