बंद लिफाफे तय करेंगे रेडक्रॉस की नई कमिटी


रेडक्रॉस की आमसभा शांतिपूर्ण संपन्न

आरा. भोजपुर जिले में अवस्थित रेड क्रॉस की आम सभा की बैठक शुक्रवार को संपन्न हो गई. बैठक की अध्यक्षता रेडक्रास के अध्यक्ष सह डीएम रोशन कुशवाहा और संचालन रेडक्रॉस की सचिव डा विभा कुमारी ने किया. चेयरमैन डॉ बीएन यादव ने सदस्यों का स्वागत किया. इस मौके पर सचिव डा विभा कुमारी ने पिछले 5 वर्ष का प्रतिवेदन और कोषाध्यक्ष डा. प्रतीक ने पांच वर्ष का आय-व्यय पेश किया, जिसे अनुमोदित किया गया. इसके बाद वाइस चेयरमैन डॉ निर्मल कुमार सिंह ने प्रबंधकारिणी के गठन की प्रक्रिया के बारे में बताया. शिवकुमार सिंह ने कहा कि प्रबंधकारिणी के गठन के लिए डीएम को अधिकृत किया जाए.




पूर्व मेजर राणा प्रताप,नंद किशोर सिंह,धीरेंद्र प्रताप सिंह,त्रिवेणी प्रसाद समेत कई गणमान्य सदस्यों ने अपनी शिकायत और सुझाव रखे वही लालमोहन राय ने फंड रेजिंग कमिटी बनाने का सुझाव दिया.

यह आम सभा 5 सालों के बाद आयोजित की गई जिसमें लगभग 150 सदस्यों की उपस्थिति हुई. रेड क्रॉस भोजपुर में लगभग 1100 लाइफ टाइम सदस्य हैं जिसमें मात्र 10-15 प्रतिशत सदस्यों की उपस्थिति ही देखी गई. इसका सबसे बड़ा कारण सभी सदस्यों तक सूचना का नही पहुंचना माना जा रहा है. बैठक में जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा की अध्यक्षता में सदस्यों ने सबके समक्ष रेड क्रॉस की व्यवस्था की कमियों और बेहतर कामों को रखा जिसे जिलाधिकारी ने बड़े ही ध्यान से क्रमवार नोट कर उसका निराकरण भी किया. सभी सदस्यों तक सूचना नहीं पहुंचने के सवाल पर रेडक्रॉस की वर्तमान सचिव विभा कुमारी ने बताया कि अधिकांश सदस्यों के मोबाइल नंबर या तो बदल गए हैं या उनके एड्रेस चेंज हो गए हैं जिसकी वजह से सभी तक सूचना नहीं जा पाए है. हालांकि रेड क्रॉस में आम सभा के लिए पहुंचे सदस्यों ने यह भी कहा कि पहली बार इतनी संख्या में लोगों को सूचना मिली है जो तारीफ की बात है. आमतौर पर लाइफ टाइम सदस्य बनने के लिए फॉर्म भरने के बाद रेड क्रॉस की ओर से सदस्यों के प्रमाण पत्र आने के बाद भी उन्हें सूचना नहीं दी जाती है। बल्कि उन्हें ही इसकी सूचना के लिए यहां का चक्कर लगाना पड़ता है. वही कई सदस्यों ने यह भी शिकायत किया कि ब्लड डोनर को ही ब्लड डोनेशन के बाद जरूरत पड़ने पर नहीं मिल पाता है. इस सवाल पर सचिव ने कोरोना काल की वजह से लोगों द्वारा कम डोनेशन और टीकाकरण की वजह बता इसके लिए सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त किया.

आम सभा की बैठक के पूर्व रेड क्रॉस के परिसर और उसके बाहर भी गहमागहमी का माहौल था. तीन खेमों की खेमेबाजी की चर्चा हवा में दबे जुबान थी हालांकि कोई इसे खुलेआम कह नहीं रहा था लेकिन कानाफूसी जरूर देखी गई. इस दौरान पूर्व सचिव भास्कर मिश्रा द्वारा सभी आने वालों को एक पर्चा दिया गया जिसमे पूर्व का लेखा जोखा था और जोर इस बात पर था कि उनके काल में खर्चे कम बचत ज्यादा हुई थी जबकि वर्तमान में खर्चे ज्यादा और बचत कम हो गई है.

लगभग 1.30 बजे के आसपास भोजपुर जिलाधिकारी का आना हुआ सभा की औपचारिकताएं सचिव विभा कुमारी ने पूरी की वार्षिक प्रतिवेदन पेश हुआ और फिर सदस्यों की बात अध्यक्ष के सामने रखा गया. सभी की बातों को सुनने के बाद डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि कमेटी में नये लोग शामिल होंगे साथ ही एक माह के भीतर सभी को बेहतरीन आईकार्ड बनाया जायेगा. महिलाओं की भागीदारी बढेगी. साथ उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थान जिसके पास इतने बेहतर सदस्य हैं और सुझाव आते हों वहां प्रतिवर्ष एक वार्षिक आमसभा की बैठक तो होनी ही चाहिए. उन्होंने कहा कि नयी प्रबंधकारिणी जो भी बने इस बात पर विशेष ध्यान दे. साथ ही उन्होंने कमिटी के चयन के लिए सभी सदस्यों से बंद लिफाफे में अपना मत देने को कहा. उन्होंने सदस्यों को यहां तक आश्वस्त किया कि अगर कोई इस कार्यकारिणी में छूट जाता है और उसका मन हो तो वह सदस्य उनसे आकर कभी भी मिल सकता है. जिलाधिकारी के बिंदुवार जवाब और सुझाव से आश्वस्त होने के बाद कई तरह की अटकलों पर विराम लग गया और शांतिपूर्ण और खुशनुमा माहौल के बीच आमसभा संपन्न हो गई.


धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर एसके रूंगटा ने किया.इस मौके पर डॉ मधुकर प्रकाश, डॉ शशि कुमार सिंह, डॉ राम कृष्ण, डा अशोक कुमार, प्रमोद राय, राकेश तिवारी ने संबोधित किया. पूर्व विधायक अनवर आलम, उप-संरक्षक डॉक्टर अजय कुमार सिंह, पूर्व एमएलसी लालदास राय, डॉ अर्चना सिंह, डॉ विजय कुमार सिंह, डा विकास सिंह, उमेश चंद्र सिन्हा, डॉ राजेश सिंह, मजहर हसनैन, कुमारी सुनीता सिंह, आदित्य विजय जैन, डॉ सीपी जैन, सरफराज अहमद, चेयरमैन सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के सत्येंद्र नारायण सिंह और कार्यकारिणी सदस्य डॉ जितेंद्र

शुक्ला भी मौजूद थे.

अब देखना यह दिलचस्प होगा कि सदस्यों द्वारा बंद लिफाफे में किन लोगों को नई कमिटी का हिस्सा बनाया जाता है? पुरानी कमिटी ही आगे भी रहेगी या नए लोगों को मौका मिलेगा? ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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