11 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन और 30 जून से शुरू होगी यात्रा
अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
नज़दीक के बैंक में कर सकते हैं आवेदन
एक दिन में केवल 10,000 तीर्थयात्रियों को अनुमति
कोरोनाकाल की वजह से दो साल से अमरनाथ यात्रा पर रोक लगी थी. इस साल यह यात्रा 30 जून से शुरू होने वाली है. जो लोग अमरनाथ यात्रा पर जाना चाहते हैं, श्राइन बोर्ड के एडिशनल चीफ एग्जिक्यूटिव राहुल सिंह, डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिलबाग सिंह ने कहा कि इस बार दो साल के बाद यात्रा शुरू हो रही है और इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू-कश्मीर बैंक या यस बैंक की किसी भी नजदीकी ब्रांच में जाकर कराया जा सकता है. आवेदक को इसके लिए अपना आधार कार्ड, 4 पासपोर्ट साइज फोटो और सरकारी अस्पताल से बनवाया गया हेल्थ सर्टिफिकेट देना होता है. रजिस्ट्रेशन फीस देने के बाद रजिस्ट्रेशन हो जाता है और उपलब्ध स्लॉट के हिसाब से यात्रा की तारीख मिल जाती है. इसकी डिटेल बैंक से मिलने वाली रसीद पर होती है.
श्राइन बोर्ड के एडिशनल चीफ एग्जिक्यूटिव राहुल सिंह ने बताया कि अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले में बालटाल दोनों ही रास्ते से यात्रा एक साथ शुरू की जाएगी. हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वालों को छोड़कर, प्रत्येक मार्ग पर एक दिन में केवल 10,000 तीर्थयात्रियों को अनुमति दी जाएगी. तीर्थयात्रियों के लिए बालटाल और डोमेल के बीच 2.75 किमी तक चलने वाली बैटरी कार सेवा होगी.
बालटाल मार्ग से अमरनाथ गुफा जाने का रास्ता
जम्मू से बालटाल कैब या बस से लगभग 10 घंटे में पहुंच सकते हैं.बालटाल से अमरनाथ गुफा लगभग 14 किलोमीटर दूर है. बालटाल से अमरनाथ गुफा जाने वाले रास्ते पर एक दिन की ट्रैकिंग के बाद दर्शन करके लौटा जा सकता है. बालटाल से अमरनाथ गुफा का रास्ता कठिन और खड़ी चढ़ाई वाला है.इसके बावजूद अगर आप जल्दी से दर्शन करके लौटना चाहते हैं तो ये रास्ता सर्वोत्तम है.