– बड़ी धूमधाम से मनाया गया रोशनी का पावन पर्व दीपावली
– ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ भव्य आयोजन
– आत्मिक दीप प्रज्ज्वलित होने का त्योहार है दीपावली
– दीपावली के नए गीत की हुई लॉन्चिंग
– 3000 से भी अधिक लोगों ने की कार्यक्रम में शिरकत
ब्रह्माकुमारीज के भोराकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में रोशनी का पावन पर्व दीपावली बड़ी धूमधाम से मनाई गया. कार्यक्रम में दिल्ली एवं एनसीआर के 3000 से भी अधिक लोगों ने शिरकत की.दीप प्रज्ज्वलित कर सभी ने स्वयं को ज्ञान की रोशनी से रोशन कर बुराइयों से मुक्ति का संकल्प लिया.
संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने दिवाली की शुभ कामनाएं देते हुए कहा कि दीवाली सतयुगी स्वर्णिम दुनिया का यादगार है. उन्होंने कहा कि बाहर के दीपक जगाना तो आसान है. लेकिन सच्ची दीवाली तो आत्मदीप जगाने से होगी. दशहरा के बाद दीवाली का त्योहार मनाया जाता है. जो कि अज्ञान अंधकार खत्म हो ज्ञान दीप जगाने का प्रतीक है. दीपावली पर एक दो को मिठाई बांटने का अर्थ ही है कि अंदर की कड़वाहट समाप्त कर जीवन में मिठास भरें.
ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने सभी का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि दीपराज परमात्मा के साथ आत्मा रूपी दीप रानियों का मिलन ही दीवाली के आध्यात्मिक रहस्य को दर्शाता है.दीवाली पर स्वच्छता वास्तव में आत्मिक शुद्धि का प्रतीक है. पटाखे चलाना खुशी से सम्पन्न स्थिति का सूचक है। हम आध्यात्मिक शक्ति से जितना भरपूर होंगे। उतना ही आत्मिक ज्योति जगमगाएगी.
दीवाली की शुभ कामनाएं व्यक्त करते हुए शुक्ला दीदी ने कहा कि राजयोग से ही आत्मिक ज्योति प्रज्ज्वलित होती है. चक्रधारी दीदी ने ईश्वरीय विश्वविद्यालय में दीवाली के महत्व के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि संस्था की स्थापना दीवाली के दिन पर हुई थी. दीवाली हमें आंतरिक परिवर्तन के लिए प्रेरित करती है. आसुरी वृत्तियों को समाप्त कर आत्म शुद्धिकरण ही वास्तव में सच्ची दीवाली मनाना है. संस्था के दिल्ली, करोल बाग स्थित सेवाकेंद्र प्रभारी पुष्पा दीदी एवं विजय दीदी ने भी सबको शुभ कामनाएं दी.
संस्था के द्वारा दीवाली के नए गीत की भी लॉन्चिंग हुई। गायक बृजेश मिश्रा ने ईश्वरीय स्मृति के गीतों से सबको भाव विभोर किया. बीके रीना ने भी गीतों की प्रस्तुति दी. बीके आद्या ने नृत्य के माध्यम से दीपावली की शुभ कामनाएं दी. दीपावली के गीत पर नृत्य द्वारा भी कलाकारों ने सबका मन मोह लिया. कार्यक्रम में संस्था के सदस्यों द्वारा एक बहुत सुंदर नाटिका का मंचन हुआ. नाटिका के माध्यम से दशहरा और दीवाली के आध्यात्मिक रहस्य को उजागर किया गया. जिसकी सभी ने बहुत सराहना की. कार्यक्रम का संचालन बीके ख्याति एवं बीके ईशु ने किया.
– अंशु सिंह,गुरुग्राम