शराब माफियाओं के हमलों से हो रही चौकीदारों की मौत
पुलिस विभाग करती है अनदेखी
सरकार करे हस्तक्षेप और दे सुरक्षा
संजय मिश्र.दरभंगा
पुलिस विभाग की आंख और कान कहे जाने वाले दफादार और चौकीदार दरभंगा की सड़कों पर उतरे. आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया और फिर पोलो ग्राउंड में जाकर धरने पर बैठ गए. संघ के नेताओं ने नौकरी से जुड़ी समस्याओं और अनदेखी का जिक्र किया. इस दौरान उनके मन में तैर रहे उबाल और वेदना बार बार सतह पर आ ही जाते. उनकी मांगों को लेकर सरकार की निष्ठूरता और पुलिस विभाग का असहयोगात्मक रवैया से वे आहत दिखे.
बिहार राज्य दफादार और चौकीदार पंचायत प्रमंडल दरभंगा इकाई की तरफ से हुए इस प्रदर्शन को संघ के राष्ट्रीय महासचिव संत सिंह ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि बिहार में लागू शराबबंदी को सफल बनाने के लिए चौकीदार जी जान लगाते हैं लेकिन उनकी सुरक्षा खतरे में रहती है. शराब माफियाओं ने कई चौकीदारों की हत्या कर दी है. आखिर जो सूचना उनके बल के लोग थाने को देते हैं वे लीक कैसे हो जाते हैं?
जिलाध्यक्ष मनीष पासवान ने मौके पर सरकार से मांग करते हुए कहा कि साल 1990 से लेकर और साल 2014 से पहले के सेवा निवृत चौकीदारों के आश्रितों के बचे हुए बहाली को पूरा किया जाए. उन्होंने बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2019 को वापस लेने का आग्रह सरकार से किया. बाद में संघ के शिष्टमंडल ने दरभंगा के प्रमंडलीय आयुक्त को मांगों से जुड़ा ज्ञापन सौंपा.