देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
29 दिन से ब्रीच कैंडी अस्पताल के ICU में थीं भर्ती
कोरोना और निमोनिया से थीं पीड़ित
लता बचपन से ही चाहती थी गायिका बनना
लता मंगेशकर का पहला नाम था हेमा
पूर्ण राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा
अपनी आवाज से कई पीढ़ियों के दिलों पर राज करने वाली स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर का आज निधन हो गया है.. वह 8 जनवरी से ब्रीच कैंडी अस्तपाल में थीं. उन्हें कोविड संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को एक मध्यमवर्गीय मराठी परिवार में हुआ. मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में जन्मीं लता पंडित दीनानाथ मंगेशकर की बड़ी बेटी थीं. उनका पहला नाम ‘हेमा’ था, मगर जन्म के पांच साल बाद माता-पिता ने इनका नाम ‘लता’ रख दिया था. लता अपने सभी भाई-बहनों में बड़ी थीं. मीना, आशा, उषा तथा हृदयनाथ उनसे छोटे थे. उनके पिता रंगमंच के कलाकार और गायक थे और वह एक मशहूर नाम थे. लता मंगेशकर ने 1942 में एक मराठी फिल्म में अभिनय भी किया.
लता मंगेशकर को पहली बार मंच पर गाने के लिए 25 रुपये मिले थे. इसे वह अपनी पहली कमाई मानती हैं. लता ने पहली बार 1942 में मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए गाना गाया. लता मंगेशकर का पूरा जीवन अपने परिवार के लिए समर्पित रहा. घर के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी उन पर थी, ऐसे में जब शादी का ख्याल आता भी तो वह उस पर अमल नहीं कर सकती थीं. लता मंगेशकर को 2001 में सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था.लता मंगेशकर जब सात साल की थीं, तब वह महाराष्ट्र आईं. उन्होंने पांच साल की उम्र से पिता के साथ एक रंगमंच कलाकार के रूप में अभिनय शुरू कर दिया था. लता बचपन से ही गायिका बनना चाहती थीं. लता के पिता को शास्त्रीय संगीत बेहद पसंद था. इसीलिए वह लता के फिल्मों में गाने के खिलाफ थे. 1942 में उनके पिता का देहांत हो गया. इसके बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई और परिवार चलाने के लिए लता ने मराठी और हिंदी फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएं निभानी शुरू कीं.
पुलिस के तरफ से लता जी के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ाई जा रही है. पूर्ण राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा. अब दो दिन तक तिरंगा ध्वज आधा झुका रहेगा. लता जी मिलिट्री वाहन में अंतिम यात्रा पर रवाना होंगी.ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉक्टर प्रतीत समदानी ने बताया, ”आज सुबह 8:12 मिनट पर लता दीदी (लता मंगेशकर) का निधन हो गया है. उनके शरीर के कई अंग खराब हो गए थे. उनका इलाज काफी दिनों से अस्पताल में चल रहा था.”लता मंगेशकर की उम्र 92 साल थीं. लता मंगेशकर के निधन के बाद मुम्बई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अस्पताल के बाहर पुलिस का बंदोबस्त है.
लता जी के निधन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कू किया, ”देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है. पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी.”बीती देर रात तक उनका हालचाल जानने वालों का अस्पताल में आना-जाना लगा रहा. श्रद्धा कपूर, पद्मिनी कोल्हापुरी, मधुर भंडारकर समेत कई सिने जगत के लोग अस्पताल पहुंचे थे. वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी हॉस्पिटल जाकर उनकी सेहत की जानकारी ली थी और उनके परिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश दिया था.
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