सुशील मोदी के खुलासों से अलग-थलग पड़े लालू यादव की मुसीबतें कम होती नहीं दिख रहीं. एक समाचार चैनल द्वारा लालू औऱ शहाबुद्दीन की बातचीत का टेप प्रसारित करने के बाद बिहार की सियासत में उबाल आ गया है. बता दें कि शहाबुद्दीन हत्या और अपहरण समेत कई संगीन मामलों में पिछले कई सालों से जेल में बंद हैं. इसलिए जेल से शहाबुद्दीन का लालू को फोन करना सरकार और प्रशासन पर बड़े सवाल खड़ा कर रहा है.
बातचीत में शहाबुद्दीन सीवान के एसपी की शिकायत लालू से कर रहे हैं और सीवान एसपी को हटाने की मांग कर रहे हैं. इसके बाद जाहिर तौर पर सुशासन का दावा करने वाली नीतीश सरकार बैकफुट पर है. बिहार के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में टेप की सत्यता की जांच होगी और जांच के बाद कार्रवाई होगी. जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि शहाबुद्दीन की डिमांड के मुताबिक सीवान के एसपी को नहीं हटाया गया. इससे साफ है कि नीतीश सरकार किसी दबाव में काम नहीं करती.
इधर राजद ने एक बार फिर शहाबुद्दीन का राग अलापते हुए कहा कि शहाबुद्दीन राजद कार्यकारिणी के सदस्य हैं और उन्हें पार्टी से नहीं निकाला जाएगा. पूर्व मंत्री जगदानंद सिंह ने हालांकि ये माना कि लालू का जेल में बंद शहाबुद्दीन से बात करना गलत है.
वैसे बिहार की जेलों में कैदियों के पास मोबाइल होना कोई नई बात नहीं है. patnanow ने कल ही बक्सर जेल में मोबाइल पर बात करते कैदी की exclusive तस्वीर का खुलासा किया था.
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