सभी मामलों में लालू की सजा एक साथ चल रही .सीबीआई की विशेष कोर्ट ने जो 5 साल की सजा सुनाई है तो इसकी आधी सजा पहले ही वे जेल में गुजार चुके हैं. इस आधार पर जल्द ही हमें ऊपरी अदालत से जमानत मिल जाएगी.
देश के सबसे बड़े और बहुचर्चित चारा घोटाले के एक केस डोरंडा ट्रेजरी मामले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई गई है. सजा मिलते ही राजनीति गलियारों में चर्चा होने लगी है कि क्या लालू को जेल जाना पड़ेगा, या फिर उनको पहले की तरह बेल मिल सकती है. वहीं उनके वकील लालू की जमानत कराने की जुगाड़ में जुट गए हैं.
सजा का ऐलान होने के बाद लाल यादव के अधिवक्ता देवर्षि मंडल ने मीडिया से बात करते हुए कहा- फिलहाल हम अदालत की ऑर्डर कॉपी का इंतजार कर रहे हैं. कॉपी मिलते ही हम ऑर्डर के आधार पर हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी दाखिल करेंगे. जिसमें उनको हाईकोर्ट से जमानत मिल जाएगी. लेकिन इस प्रक्रिया के पूरा होने तक उन्हें 2-3 सप्ताह का वक्त लग जाएगा. इसलिए बेल नहीं मिलने तक लालू को जेल में ही रहना पड़ेगा.
वहीं लालू यादव के दूसरे वकील प्रभात कुमार ने कहा कि लालू यादव करीब-करीब आधी सजा पूरी कर चुके हैं. प्रभात कुमार ने बताया कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के अन्य 4 मामलों में पहले से ही दोषी हैं और वह इन केस में 36 महीने से ज्यादा जेल में सजा काट चुके हैं. अब डोरंडा कोषागार मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने जो 5 साल की सजा सुनाई है तो इसकी आधी सजा पहले ही वे जेल में गुजार चुके हैं. इस आधार पर जल्द ही हमें ऊपरी अदालत से जमानत मिल जाएगी. क्योंकि हमे हाईकोर्ट से पूरी उम्मीद है कि हमें वहां पर न्याय जरूर मिलेगा.
लालू के वकील ने कहा कि चारा घोटाले से जुड़े सभी मामलों में लालू यादव की सजा एक साथ चल रही है. 5 मामलों में लालू यादव को कुल 32 साल की सजा हुई है. Cr.P.C.) 428 के मुताबिक एक ही मामले की अलग-अलग सजा को एक साथ काउंट किया जाता है. इसी के मुताबिक चारा घोटाले में लालू की सभी सजा एक साथ काउंट की जा रही है.
लालू यादव के यह हैं वो पांच मामले
1. पहला मामला चाईबासा ट्रेजरी केस, जिसमें 5 साल की सजा हुई थी.
2. दूसरा मामल देवघर ट्रेजरी, इसमें लालू प्रसाद को साढ़े तीन साल की सजा मिली.
3. तीसरा मामला चाईबासा ट्रेजरी, इसमें 5 साल की सजा मिली है.
4. चौथा मामला दुमका ट्रेजरी, इसमें दो अलग-अलग 7-7 साल की सजा हुई थी.
5. डोरंडा ट्रेजरी मामला, जो आज आया है, इसमें लालू यादव को 5 साल की सजा हुई है.
तेजस्वी यादव नेलालू प्रसाद को सजा मिलने के बाद कहा कि हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं.कोर्ट के फैसले पर हम कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. हमने पहले भी कहा था कि ये कोई अंतिम फैसला नहीं है, इसके ऊपर हाइकोर्ट में हमने इस मामले को रखा है और हमें पूर्ण विश्वास है कि हाइकोर्ट में लालू जी के पक्ष में फैसला होगा. उन्होंने आगे ये भी कहा- ये अंतिम फैसला नहीं है. हाइकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट है. हमने इसे हाइकोर्ट में चुनौती दी है और हमें उम्मीद है कि निचली अदालत का फैसला हाइकोर्ट में बदलेगा.
इधर लालू प्रसाद ने ट्वीट कर कहा है कि,,,
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