लालू प्रसाद यादव को मंच से नीचे बैठे देख कर लोग चौंक गए, दोनों दलों के अध्यक्षों को मंच पर होना चाहिए था-रघुवंश प्रसाद सिंह
पूरा राजद इस बात से भी खफा है
रघुवंश प्रसाद को पार्टी से निकाला जाए- संजय सिंह
बिहार में सत्ताधारी राजद-जदयू महागठबंधन के बीच एक बार फिर से तकरार शुरू हो गई है . नया विवाद प्रकाश पर्व के कार्यक्रम को लेकर है जिसमें नीतीश कुमार मंच पर नजर आए जबकि राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव दर्शकों के बीच. प्रकाश उत्सव के मौके पर पटना में हुए इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल सहित कई बड़े नेता मौजूद थे.
राजद में इसे लेकर नाराजगी है. पार्टी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, ‘लालू प्रसाद यादव को मंच से नीचे बैठे देख कर लोग चौंक गए. उन्हें ये बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी.’ सिंह ने अपने गठबंधन सहयोगी पर मनमानी का भी आरोप लगाया. उनका कहना था, ‘बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल के महागठबंधन वाली सरकार है. ऐसे में दोनों दलों के अध्यक्षों को मंच पर होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. लग रहा है कि बिहार में सिर्फ जदयू का शासन है.’ रघुवंश प्रसाद सिंह इससे पहले भी नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच बढ़ती नजदीकियों पर अपना रोष प्रकट कर चुके हैं.इसी आयोजन में नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी ने मंच के जरिए एक दूसरे की जमकर तारीफ की थी. बताया जा रहा है कि रघुवंश प्रसाद समेत पूरा राजद इस बात से भी खफा है.
उधर, जदयू ने रघुवंश प्रसाद के इस बयान पर एतराज जताया है. पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह और अन्य नेताओं ने लालू यादव से मांग की है कि रघुवंश प्रसाद को पार्टी से निकाला जाए. हालांकि लालू यादव और नीतीश कुमार, दोनों ने ही इस पर कुछ खास प्रतिक्रिया नहीं दी है. नीतीश कुमार ने प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए मामले से किनारा कर लिया तो लालू प्रसाद यादव का कहना था, ‘रघुवंश प्रसाद सोशलिस्ट मिजाज के हैं. उन्हें बोलने से नहीं रोका जा सकता. लेकिन अंतिम फैसला वही होगा जो मैं बोलूंगा.’