बड़े दिखने की चाह में कौन बना बौना

ट्रोल के केंद्र बन गए पण्डित नेहरू




पटना, 28 मई. देश को 96 वर्षों के बाद मिले नये संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर एक ओर जहां कई पार्टी के सांसदों ने इसे अभूतपूर्व और ऐतिहासिक पल बताया तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष के कुछ दलों द्वारा इस उद्घाटन को राज सत्ता की वापसी करार दिया गया तो राजद ने संसद भवन की तुलना ताबूत से कर दी.

उद्घाटन के एक हफ्ते पहले से चल रहे इस घमासान, शब्दों और आरोपों के जंग के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन वैदिक मंत्रों के साथ पूजा-अर्चना कर संतों की उपस्थिति में सिंगोल को स्थापित कर किया.

उधर प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया और इस उद्घाटन से अपने आप को अलग रख विरोध करने वाले विपक्षी दलों की बौखलाहट इस कदर बढ़ी कि कांग्रेस ने एक ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कद को बहुत छोटा दिखाने के लिए कोई कसर नही छोड़ी. कॉंग्रेस पार्टी ने एक फोटो पोस्ट किया जिसमें पंडित जवाहरलाल नेहरू के कदमों के नीचे नरेंद्र मोदी को बोने की तरह दिखाया गया.

ट्विटर पर इस पोस्ट के बाद कांग्रेस का या पोस्ट उसी पर भारी पड़ गया और लोगों ने कांग्रेस को ट्रोल कर दिया. कॉंग्रेस की इस सोशल वार में आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की भी तौहीन होने लगी. सोशल मीडिया पर तस्वीरों के जरिये एक दूसरे को नीचा और तुच्छ दिखाने की इस प्रवृत्ति में लोगों के निशाने पर काँग्रेस इस कदर आ गयी कि आजदी से पहले के कई फ़ोटो,पेपर कटिंग और तथ्यों को पेश कर लोगों ने कॉंग्रेस को आइना दिखा दिया.


https://twitter.com/mdineshbhati/status/1662742115384950785?t=dfdSvFvC4U0cYOqMF_fbDg&s=19

ये घटना बड़ी ही हैरान करने वाली हुई. सोशल मीडिया पर इस तरह के जंग से न सिर्फ आपसी तकरार बढ़ गया बल्कि देश के सर्वोच्च पद पर विराजमान शख्सों की तौहीन की गई. कोई भी अगर देश का PM बना है तो देश की जनता ने चुना है वे मननीय हैं, उनका आदर करना संवैधानिक अधिकार ही नही देश की सम्पूर्ण जनता का कर्तव्य भी है.

PNCB

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