नई दिल्ली,17 मार्च. हाल ही में लंदन में भारत के लोकतंत्र पर दिए गए अपने बयान को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) चौतरफा घिर चुके हैं. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी इतनी सजग है कि राहुल गांधी से संसद में माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है. बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर राहुल गांधी माफी नहीं मांगते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है.
राहुल गांधी कब इस बयान के बात राजनीतिक गलियारे में घमासान मचा हुआ है. संसद, लोकतंत्र और संस्थानों का अपमान करने वाले बयानों के लिए राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने विशेष समिति बनाने की मांग की है. उन्होंने ने 2005 में प्रश्न के बदले पैसे लेने के मामले में विशेष समिति गठन को याद करते हुए
राहुल की लोक सभा सदस्यता खत्म करने के लिए एक विशेष समिति बनाने की माँग की है. बताते चलें कि संसद की गरिमा को चोट पहुंचाने के कारण विशेष समिति ने 2005 में 11 सदस्यों की सदस्यता समाप्त कर दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी सही ठहराया था.
वही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ संसद भवन में आठ वरिष्ठ मंत्रियों ने बैठक कर राहुल के खिलाफ इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए सहमति जताई.
इधर, राहुल गांधी को घेरने के लिए बीजेपी आक्रामक है. बीजेपी ने कांग्रेस के सांसदों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग कर डाली है, जो आसन के आदेश के खिलाफ जाकर और संसदीय नियमों और परंपराओं को तोड़कर लगातार सदन के अंदर तख्तियां लहराते हैं. बताते चलें कि बुधवार को केंद्र सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों पीयूष गोयल और प्रल्हाद जोशी ने सदन के अंदर तख्तियाँ लहराने वाले सांसदों के खिलाफ उन्हें सस्पेंड करने तक की मांग की है.
राजनीतिक गलियारे में इस मचे घमासान के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने क लंदन में दिए गए भाषण को लेकर सफाई दी कि उनके भाषण में ऐसी कोई चीज नहीं थी, जिसपर बवाल काटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि लंदन में दिए गए भाषण के मुद्दे पर संसद में विस्तार से जवाब देंगे. वे एक सांसद हैं और संसद ही उनका मंच है.
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