पटना में मुशायरा और कवि सम्मेलन पटना की ऐतिहासिक गौरव लौटाएगा : खुर्शीद अहमद
पटना में अंदाज़-ए- बयां और इवेंट दुबई और पटना लिटरेरी फेस्टिवल के तत्वावधान में हुआ मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन
फुलवारी शरीफ,पटना(अजीत यादव).पटना के सूफी संतों की धरती फुलवारी शरीफ के द होटल रॉयल बिहार में आयोजित भव्य कवि सम्मेलन और मुशायरा का आयोजन अंदाज़-ए- बयां और इवेंट दुबई और पटना लिटरेरी फेस्टिवल (पीएलएफ) व क़ौमी तंजीम पटना के सहयोग से किया गया.हिंदी उर्दू संगम और अमन पसंद लोगो की महफिल मुशायरा व कवि सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर,विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री मो अली अशरफ फातमी ,पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री डॉ शकील अहमद और चानक्या लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति फैज़ान मुस्तफा सम्मानित अतिथि ,शाज़िया क़िदवई प्रमोटर अंदाज़ ए बयां और इवेंट दुबई, रेहान सिद्दीकी प्रमोटर अंदाज़ ए बयां और इवेंट दुबई, पी एल एफ सचिव खुर्शीद अहमद, अध्यक्ष डॉ ए ए हई ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया. इस कार्यक्रम में अंदाज ए बयां और इवेंट्स दुबई एवं पटना लिटेरी फेस्टिवल की पुस्तिका का लोकार्पण भी किया गया. मौके पर गृह सचिव सुभानी भी मौजूद रहे.
अंदाज़ ए बयां और इवेंट दुबई के प्रोमोटर शाजिया किदवई ने कहा कि ....वही है तू वही मुहब्बत का जरिया है जो पहले था पटना वालों का आज 28 साल बाद भी वही है कल का पटना वालों का दिल आज भी वही है से शुरुआत कर पटना के लोगो का तहेदिल से इस महफिल में आने का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने बताया की दुबई सहित कई विदेशी मुल्क में अंदाज ए बयां और के तत्वाधान मैं अनेको कार्यक्रम के जरिए लोगों में मोहम्मद अमन और दिलों को जोड़ने का पैगाम देने का काम कर रहे हैं.अंदाज़ ए बयां और इवेंट दुबई की प्रोमोटर शाज़िया किदवइ ने कहा कि मुशायरा एवं कवि सम्मेलन को सफ़ल बताया और कहा कि यह दोनों संगठन उर्दू और हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ सामाजिक, सांस्कृतिक और कल्याणकारी कार्यों में सक्रिय और जिम्मेदारी से भाग लेता है. चूँकि भारत गंगा जमुनी संस्कृति का प्रतीक है और इसे बनाये रखना है. उन्होंने कहा कि हमलोग प्रतिभाशाली और नई पीढ़ी के कवियों को जगह देते हैं ताकि वह दुनिया तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि विरासत में मिले साहित्यिक संस्कार को नई पीढ़ी तक एक जिम्मेदारी के रूप में पहुंचाने का प्रयास है.
उन्होंने ने कहा कि पटना में पहली बार पीएलएफ के साथ मिलकर कार्यक्रम आयोजित करने में बहुत अच्छा लग रहा है.पीएलएफ की टीम लाजवाब है. बहुत मेहनती टीम है.उन्होंने कहा कि पीएलएफ सचिव खुर्शीद अहमद कार्यक्रम के लिए जुनून व जज़्बा के साथ काम कर रहे हैं.अगर जज्बा हो तो सफलता भी निश्चित है.डॉ.अहमद अब्दुल हई और फैजान अहमद कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दे रहे हैं. टीम के सदस्यों की मेहनत काफी हुई .भारत में कार्यक्रम आयोजित को लेकर उन्होंने कहा कि लखनऊ में कई कार्यक्रम हुए. उसके बाद कोलकाता और अब 13 अगस्त 2023 को पटना में हुआ.
अंदाज ए बयां और इवेंट दुबई के प्रमोटर रेहान सिद्दीकी ने कहा कौन सी बात कैसे कहां कही जाती है…. ये सलीका हो की कैसे कही जाती है…. ये क्या हुआ एक ब एक महफिल महक उठी …सहित कई शेर के जरिए अपना उद्बोधन शुरू किया . उन्होंने कहा की पटना में यह 13 अगस्त का प्रोग्राम , मुशायरा एवं कवि सम्मेलन की दुनिया में क्रांति लायेगा. उन्होंने कहा कि पटना में यह पहला मुशायरा एवं कवि सम्मेलन है जिससे पटना के सांस्कृतिक विरासत को फिर से उभारने का काम करेगा.उन्होंने बताया की मुशायरा एवं कवि सम्मेलन से एक इतिहास रचा जा रहा है और इसके रचयिता पी एल एफ के सचिव खुर्शीद अहमद है जिन्होने जो पटना में कवि और शेरो शायरी की महफिल को शानदार बनाने में सबकुछ झोंक दिया. उन्होंने कहा कि हमारी भी इच्छा थी कि बिहार में पटना आयें चूँकि अदब की दुनिया में अज़ीमाबाद उपजाऊ भूमि रही है. यहां पर बड़े बड़े मुशायरे हुए हैं .उन्होंने कहा कि हम हर मुशायरे में एक नया चेहरा रखने की कोशिश करते हैं. खासकर नई पीढ़ी के कवि और शायर हो.जो शायर अच्छा लिख रहे हैं और सार्वजनिक मंच पर नहीं आते हैं, हम हर मुशायरे में दो नए शायरों को जगह देते हैं, ताकि वे भी आगे बढ़कर देश और दुनिया का नाम रोशन कर सकें.
इस मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कवियों में आलम खुर्शीद, नौमान शॉक, शबीना अदीब,शकील आज़मी,कुँवर जावेद,अज़हर इक़बाल (निज़ामत),सपना मोलचंदानी
,हिना रिज़वी हैदर,जहाज़ देवबंदी,मेहशर अफरीदी, शारिक कैफ़ी,सदफ़ इक़बाल
, सर्वेश अस्थाना, सोनू रूपा विशाल ने अपनी ग़ज़लों, गीतों नज़्मों और मज़ाहिया कलाम से श्रोताओं और प्रशंसकों को खूब लुभाया और झुमाया. जबकि
मुशायरा एवं कवि सम्मेलन की
संचालन शगुफ़्ता यास्मीन ने बहुत उत्कृष्ट अंदाज़ में किया.
इस अवसर पर खुर्शीद अहमद ने कहा कि कुछ नया करने के लिए साहस, जुनून जरूरी है और यदि आप किसी भी कार्य को इबादत समझ कर करेंगे तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम बेमिशाल ही नहीं बल्कि एक नया इतिहास रचेगा. उन्होंने ने कहा के मंच को सजाने और कार्यक्रम को आकर्षक बनाने के लिए दिल्ली से ईमा की टीम के विशेषज्ञ सदस्य की अहम योगदान रहा है.
श्री खुर्शीद अहमद, पीएलएफ के सचिव एवं संस्थापक ने बताया कि इस भव्य मुशायरा एवं कवि सम्मेलन को देखने के लिए भारत के अलावा दुबई रियाल कतर आदि विदेशों से प्रशंसकों की उपस्थिति हुई. इसके अलावा हैदराबाद, मुंबई, छत्तीसगढ़, लखनऊ, झारखंड, चंडीगढ़ और बिहार राज्य के पटना, दरभंगा, सीतामढी, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, गया, समस्तीपुर,अररिया, बिहारशरीफ, औरंगाबाद, भागलपुर इत्यादि जगहों से प्रशंसकों का जुटान हुआ है.
मुशायरा और कवि सम्मेलन में देश की महान हस्तियों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे सामाजिक, साहित्यिक,सांस्कृतिक, पत्रकारिता और कल्याणकारी कार्यों में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. अवार्ड प्राप्त करने वालों में शाज़िया क़िदवई प्रमोटर अंदाज़ ए बयां और इवेंट दुबई, रेहान सिद्दीकी प्रमोटर अंदाज़ ए बयां और इवेंट दुबई,अशफाक रहमान एमडी आरईपीएल हॉस्पिटलिटी प्राइवेट लिमिटेड,
असलम हसन बज़्म ए हसन अररिया, सैयद अशरफ फरीद एडिटर-इन-चीफ क़ौमी तंजीम पटना,मोहम्मद शहाबुद्दीन अहमद बज़्म ए सदफ इंटरनेशनल दोहा कतर, सुष्मिता सिंहा उदेय पुर टेल्स, इनबसात शौकत निदेशक मिथिला माइनॉरिटी डेंटल कॉलेज दरभंगा डॉ.संजीव कुमार न्यूरोसाइंटिस्ट नई दिल्ली आईएमए एएमएस सचिव, सैयद इसराफिलल शाह निदेशक मंजू साह और मौलाना अबुल कलाम आजाद मेमोरियल लाइब्रेरी धनबाद हैं. साथ ही मुशायरा और कवि सम्मेलन के प्रशंसकों के लिए लकी ड्रा के तहत विशेष सरप्राइज गिफ्ट दिया जाएगा, साथ ही सभी प्रशंसकों को उपहार भी दिए गए.
कार्यक्रम में पीएलएफ पदाधिकारियों में सुप्रसिद्ध डॉ. ए ए हई, अध्यक्ष, फरहत हसन उपाध्यक्ष, फैजान अहमद आयोजन समिति अध्यक्ष, खुर्शीद अहमद संस्थापक एवं सचिव तथा कार्यकर्ताओं में ओबैदुर रहमान, फहीम अहमद, इजाज हुसैन, शिवजी चतुर्वेदी, फरहा खान, चंद्रकांत खान, राकेश रंजन, बीके चौधरी, अनूप शर्मा उपस्थिति थे.