बिहार मंत्रिमंडल में अभी भी 7 मंत्रियों के लिए जगह खाली है. जानकारी के मुताबिक बहुत जल्द ही ये सात मंत्री पद भी भर लिए जाएंगे. इसमें 5 जदयू से जबकि 2 NDA से भरे जाएंगे.
बता दें कि फिलहाल सीएम और डिप्टी सीएम को मिलाकर कुल 29 मंत्री हैं बिहार सरकार में. इसमें 15 जदयू से और 14 NDA से हैं. शपथग्रहण के बाद बीजेपी और जदयू में कई स्तर पर असंतोष देखने को भी मिला है. खासकर बीजेपी में कायस्थों को प्रतिनिधित्व नहीं मिलने से काफी बेचैनी है.
बीजेपी में जहां राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा ने खुलकर ये सवाल उठाया है और इस बारे में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र भी लिखा है. वहीं इसे लेकर आर के सिन्हा जल्द ही अमित शाह से मिलने वाले भी हैं.
बता दें कि बीजेपी में कायस्थ नेता अरुण सिन्हा लगातार चार बार कुम्हरार विधानसभा से विधायक चुने गए हैं. कुम्हरार में कायस्थों का बड़ा वोट बैंक है. वही बांकीपुर विधानसभा से नितिन नवीन भी कायस्थ समाज से हैं और लगातार 4 बार विधायक चुने गए हैं.
इसके अलावा जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन भी कायस्थों का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसके अलावा जदयू MLC रणवीर नंदन भी इसी समाज से हैं. लेकिन जदयू और बीजेपी दोेनों ने इस बड़े वोट बैंक को सत्ता में भागेदारी से दूर रखा है जिसे लेकर इस बार खासा विरोध देखने को मिल रहा है.
इसके अलावा 29 सदस्यों के मंत्रिमंडल में महज एक महिला मंत्री को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. मंजू वर्मा जदयू कोटे से मंत्री बनी हैं. जबकि बीजेपी ने किसी भी महिला को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी है.
ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों दल अगले कैबिनेट विस्तार में इन कमियों को दूर करेंगे ताकि बिना किसी विवाद के सरकार चलती रहे.