सोनम और अमित कथक नृत्य के क्षेत्र में लहरा रहे परचम
कथक नर्तक सोनम व अमित
अमित कुमार और सोनम बिहार के कथक जगत का उभरता चेहरा हैं. दोनों कथक गुरु बख्शी विकास के शिष्य हैं. बक्सर स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में दोनों ने कथक प्रस्तुत कर आज समा बांध दिया.
आर्थिक व पारिवारिक कारणों से अमित की पढाई सातवीं कक्षा के बाद रुक गई थी. लेकिन अमित ने अपनी जीवटता से कला व संगीत से अपनी शिक्षा को भी आगे बढ़ाया. फिलहाल वे आरा के जैन कॉलेज में पोलिटिकल साइंस से एमए की पढाई कर रहे हैं. अमित कथक के क्षेत्र में संगीत प्रभाकर व संगीत भास्कर उतिर्ण हैं. उन्हें नृत्य के क्षेत्र में कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए हैं. बहरहाल, पटना के तानसेन संगीत महाविद्यालय में कथक नृत्य के प्राध्यापक के रुप में कार्यरत्त हैं. वहीं सोनम कुमारी दूरदर्शन से भी कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुकी हैं. सोनम आरा के गोढना रोड निवासी ललित कुमार की सुपुत्री है. कथक नृत्याचार्य बक्शी विकास से गुरु शिष्य परम्परा के अन्तर्गत नृत्य की उच्च स्तरीय तालीम हासिल कर रही है. इन्हे बिहार सरकार के युवा उत्सव में रजत पदक, प्रयाग संगीत समिति के अखिल भारतीय नॄत्य प्रतियोगिता, इलाहबाद में कांस्य पदक के आलावे कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त है. सोनम का प्रयास अन्य युवाओं के लिये प्रेरणा हैं जिसमे यह संदेश हैं न केवल पाश्चात्य नृत्य के माध्यम से ही टेलीविजन के रियलिटी शो में जा सकते बल्कि भारतीय शास्त्रीय संगीत नृत्य की साधना के बदौलत भी टेलीविजन शो में जा सकते हैं.
बक्सर से ऋतुराज