पटना में मिल रहे हैं आकर्षक ऑफर
सैलरी वाले लोग हैं टारगेट पर
अगर परिवार में हैं तीन खाते तो आमदनी 60 हजार
तीन महीने तक रखनी पड़ती है रकम
दो लाख रखने का दे रहे हैं ऑफर
गाँव गाँव तक फैला रहे हैं नेटवर्क
कई माइक्रो फाइनेंस कम्पनियां भी हैं शामिल
शैडो बैंकिंग की भी कट रही है चांदी
कई लोग देश हित में नहीं कर रहे हैं सौदा
केंद्र सरकार के बड़े नोट बंद करने के बाद ब्लैक मनी को वाइट करने का एक नया कारोबार शुरू हो गया है. अब सैलरी क्लास के लोगों को ब्लैक मनी खपाने के लिए लुभाया जा रहा है. आप सैलरी पर काम करते है या दिहाड़ी पर, आप प्राइवेट सेक्टर में या सरकारी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी हैं तो इस कारोबार में लगे एजेंट्स आपसे भी संपर्क कर सकते हैं. एजेंट सैलरी क्लास के लोगों से उनके बैंक खातों में कम से कम दो लाख रुपये जमा करने के लालच दे रहे है साथ ही इसके बदले में दो-तीन महीने बाद केवल 1.8 लाख रुपये ही लौटाने होंगे. मतलब २० हजार रूपया आपको दो महीने में मिल जाने का लालच . 10 से 25 प्रतिशत तक का लोगों को मिल रहा है लालच .ये लोग जन धन खाते वाले लोगों को भी टारगेट कर रहे है ,पैसा बैंक में आसानी से जमा हो जा रहा है और जमा करने वाले लोगों को भी कुछ फायदा हो जा रहा है .
अगर आपके परिवार के तीन सदस्यों के खाते बैंक में है तो वो ब्लैक मनी वाले उसका इस्तेमाल करने को कह रहे हैं और घर बैठे कुछ ही महीनों में 60,000 रुपये तक मिलने का लालच दे रहे हैं. आप सदस्यों की संख्य बढ़ाते जाइए और तो कमीशन भी बढ़कर जमा कराई गई रकम का 25 पर्सेंट तक हो सकता है.पैसे देने के बाद कारोबारी कमीशन काट कर जो रकम होती है उसका चेक दो माह के बाद का ले रहे हैं .
यह खुलासा किया है कई लोगों ने जो प्राइवेट या सरकारी उपक्रमों में काम कर रहे हैं . ब्लैक मनी खपाने वालों में रियल एस्टेट बिल्डर्स, शॉप और होटेल कारोबारी , छोटे कारोबारी और डॉक्टर इंजीनियर जैसे प्रोफेशनल शामिल हो सकते हैं.’वे इस बात का भरपूर फायदा उठाने में लग गए है कि फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने कहा था कि बैंक में कम रकम (2.5 लाख रुपये तक) के डिपॉजिट करने वालों को परेशान नहीं किया जाएगा और 2.5 लाख रुपये और उससे अधिक के डिपॉजिट की इनकम टैक्स डिपार्टमेंट स्क्रूटनी कर सकता है और उस पर 30 पर्सेंट के टैक्स के साथ 200 पर्सेंट पेनाल्टी लगाई जा सकती है.
पटना के एक निजी फर्म में काम करने वाले सुमित कुमार ने बताया कि यहाँ हम बोरिंग रोड में लाइन में नोट बदलने के लिए खड़े है और उनके दलाल घूम घूम कर लोगों से पैसा जमा करने और कमीशन देने की बात कर रहे है . मना करने पर और ज्यादा लालच दे रहे हैं .वही सूत्रों के अनुसार नशे के कारोबार में लगे कारोबारी भी छोटे कर्मचारियों और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र- छात्राओं को भी टारगेट कर रहे हैं.कई छात्रों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि अब तो कॉल भी आने लगे है. काला धन के कारोबारियों ने सरकार के प्रयास को धत्ता बताते हुए अपने काले धन को सफ़ेद करने में लग गए है .गाँधी मैदान ,चिड़ियाघर और म्यूजियम में भी आने वाले लोगों पर भी इनकी नजर है .
शैडो बैंकिंग की भी कट रही है चांदी
सरकार यह सोच रही थी कि 500-1000 के पुराने नोटों पर पाबंदी लगने से शैडो बैंकिंग बंद होगी लेकिन शैडो बैंकिंग में लगे लोग आकर्षक कमीशन पर पुराने नोटों के बदले नए नोट दे रहे है जिनमें10,20, 50,100 और दो हजार के नोट शामिल हैं .इनका कमीशन तय है.सरकार ये समझ रही थी कि अर्थव्यवस्था में वित्तीय स्थिरता को खतरा कम होगा. शैडो बैंकिंग का मतलब है बैंक जैसी गतिविधियां करना. इन पर बैंकिंग जैसी कोई कानूनी बाध्यता नहीं होती और ना ही कोई मजबूत कानून का शिकंजा ही होता है. बैंकिंग सिस्टम के बाहर जो लोग या संस्थान वित्तीय लेन-देन करते हैं उन्हें शैडो बैंकिंग की श्रेणी में रखा जाता है.जानकारों के अनुसार इनका नेटवर्क सिर्फ शहरों नहीं गाँव गाँव तक फैला है . माइक्रो फाइनेंस,सूद पर पैसा देने वाले भी शामिल है .