कैसे टूटा 7वें दिन छात्रों का अनशन !

प्रशासन के आश्वासन पर 7वें दिन छात्रों का अनशन टूटा
लीड’ के लीडरशिप में अगले हफ्ते आरा हाउस से विवि तक निकलेगा शांति मार्च
शामिल होंगे छात्रों के साथ शिक्षक व आम जन भी

आरा,9 मार्च(ओ पी पांडेय/रवि प्रकाश सूरज). VKSU के जमीन पर सरकार द्वारा जबरदस्ती 25 एकड़ 14 डिसमिल जमीन को दखल कर मेडिकल कॉलेज बनाने के निर्णय के बाद से विवि के स्तीत्व पर गहराए संकट ने छात्रों और शिक्षकों के साथ जिलावासियों की नीद उड़ा दी. इस खबर ने सबको इतना बेचैन किया कि संवेदनशील छात्रों ने विवि को बचाने के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा आमरण अनशन पर बैठ गए. आमरण-अनशन में हर रोज लोग लोगों का सहयोग मिलना शुरू हुआ और एक के बाद एक जब छठे दिन तक अनशन पर बैठे छात्र अनिरुद्ध का  स्वस्थ्य बिगड़ना शुरू हुआ तो प्रशासन की नींद खुली और फिर मंगलवार छात्रों और शिक्षकों के के साथ हुए बातों के बाद प्रशासन द्वारा जब आश्वासन मिला तब छात्रों ने अपना अनशन तोड़ा.




वीर कुँवर सिंह विवि को बचाने के संघर्ष की लड़ाई तेज करने के संकल्प के साथ ही लीडरशिप फ़ॉर एजुकेशन एंड डेमोक्रेसी (लीड) के सदस्य अनिरूद्ध सिंह ने आज अपना आमरण अनशन एडीएम कुमार मंगलम और कुलपति देवी प्रसाद तिवारी की उपस्थिति में तोड़ा. छात्र अनिरुद्ध सिंह, अमित गौतम, वैभव कुमार पाठक को जूस पिलाने के साथ ही विवि परिसर वीर कुँवर सिंह अमर रहे के नारों से गुंजायमान हो उठा. लीड कार्यकारिणी सदस्यों ने एडीएम के साथ लंबी वार्ता की जिसमें जिला प्रशासन ने बताया कि राज्य सरकार को शाहाबाद में चल रहे इस जनांदोलन की लिखित जानकारी दी है. इसके बाद लीड की ओर से प्रशासन को ज्ञापन दिया गया.

इससे पहले दोपहर में छात्र और शिक्षकों की सम्मिलित बैठक धरनास्थल पर हुई जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि अगले हफ्ते वीर कुँवर सिंह की स्मृति आरा हाउस से विवि परिसर स्थित बाबूसाहब की प्रतिमा तक शांतिपूर्ण विरोध मार्च किया जाएगा. रवि शंकर सिंह ने बताया कि इस मार्च में छात्रों-शिक्षकों ने शाहाबाद की तमाम जनता से सरकार के एकतरफा निर्णय के विरोध में शामिल होने की अपील की है. बाद में विवि के पूर्व शिक्षक डॉ गदाधर सिंह के निधन पर शोकसभा भी आयोजित की गई.

सोमवार को विधानसभा मे भी विवि का उठाया गया मुद्दा

विवि के संकट की खबर जब माले विधायक सुदामा प्रसाद को लगी तो उन्होंने शनिवार को अनशनकारी छात्रों के स्वास्थ्य का जायजा लिया और उन्होंने आश्वस्त किया कि वे इस मुद्दे को सोमवार यानि 8 मार्च को विधानसभा में पुनः प्रमुखता से रखेंगे. उन्होंने छात्रों को बताया कि विवि के स्तीत्व के खतरे से उन्होंने पहले भी विधानसभा को अवगत कराया था. अपने वादे के अनुरूप माले विधायक सुदामा प्रसाद ने सोमवार को माले के  12 विधायकों (सुदामा प्रसाद, महबूब आलम, मनोज मंजिल, अजीत कुशवाहा,महानंद सिंह, संदीप सौरव,गोपाल रविदास, इंद्रजीत कुशवाहा, महाबली यादव, अरुण सिंह,वीरेंद्र गुप्ता, सत्यदेव राम) के साथ विधानसभा में तख्तियों के साथ प्रदर्शन भी किया और सदन में इस बात को रखा भी. बाद में उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात विवि को बचाने के लिए आग्रह किया, जिसपर अध्यक्ष ने भी अपनी सहमति जताई.

प्रेस से बात करते हुए अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि इस संघर्ष को अब और तेज किया जाएगा और यह तब तक चलेगा जब तक सरकार अपने जिद्दी फैसले को निरस्त नहीं करती. यह आंदोलन अब शाहाबाद के घर-घर तक पहुंचाया जाएगा. इस मौके पर विवि के अन्य पदाधिकारी रजिस्ट्रार ग्रुप कैप्टेन श्रीकृष्ण सिंह, सीसीडीसी हीरा प्रसाद, छात्रकल्याण डीन के के सिंह, प्रो रणविजय कुमार, निलाम्बुज सिंह, नवनीत राय, प्रो रामतवकया सिंह, राकेश दिवाकर के साथ छात्र शांता पांडेय, चन्दन ओझा, रविश, हिमांशु, रवि प्रकाश सूरज, रवि शंकर सिंह, सोनाली आदि उपस्थित थे.

Related Post