साजिश..षडयंत्र..या..राजनीति की हकीकत ?
आरा, 3 अप्रैल. सोमवार को SC/ST कानून में हुए संशोधन के खिलाफ भारत बन्द के आहूत बड़ी संख्या में भीम सेना का भोजपुर में प्रदर्शन कई सवाल खड़ा करता है. जिले में 2011 की जनगणना के अनुसार यदि माने तो लगभग 60 हजार की आबादी SC की है वही ST लगभग 3 हजार, जिसमे महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं. आमतौर पर भीम सेना महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश,बंगाल और यूपी में ही सक्रिय है. इसके पूर्व अभीतक भीम सेना की कोई एक्टिविटी भोजपुर में नही रही है.
अगर भीम सेना में प्रदर्शनकारियों पर गौर करें तो अधिकांश छात्र है. भीम सेना के चमचमाते नीले झंडे ने यह दर्शा दिया की पार्टी नई है. उसीतरह से समर्थकों की भारी भीड़ कहीं बेरोजगार युवाओ की वो फौज तो नही जिसे कश्मीर के राजनेता पत्थरबाजी के लिए पैसे मुहैया कराते है? आखिर कहां से आये इस भीम सेना के पास इतनी संख्या में झंडे और पट्टे के लिए पैसे? चंद समर्थकों के साथ पुतले दहन करने वालों के पास 100 गुनी संख्या कैसे बढ़ी? राजनीति के लिए कई पार्टियों द्वारा भीम सेना को आगे कर कहीं युवाओं को दिग्भ्रमित कर भारत को तोड़ने की साजिश तो नही?
कौन है इस फंडिंग के पीछे, जवाब ढूंढना होगा. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट पर उंगली उठी है मतलब विश्वास पर शक!
पटना नाउ ब्यूरो की रिपोर्ट