एक बटन दबाने मात्र से ट्रेन का रूट बन कर सिग्नल होने की पूरी प्रक्रिया सेकेन्डों में पूरी हो जाती है
झाझा में चल रहे 9 दिनों के प्री इंटरलाकिंग एवं 4 दिनों के नॉन- इंटरलाकिंग के दौरान पूर्व मध्य रेल के अधिकारियों एवं कर्मचरियों के अथक प्रयासों के बाद गुरुवार को झाझा स्टेशन के आर आर आई का सफलता पूर्वक शुभारम्भ हो गया. पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बावजूद पूर्व मध्य रेल के कर्मियों ने इसके कमीशनिंग के लक्ष्य को पूरा कर दिखाया. आर आर आई , झाझा का उद्घाटन पूर्व मध्य रेल के मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार अभियंता ए एन झा ने उदघाटन किया . इस मौके पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, निर्माण एल एम झा तथा मंडल रेल प्रबंधक दानापुर आर के झा, मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता/ निर्माण राजेश कुमार एवं निर्माण संगठन तथा दानापुर मंडल के सभी आला अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ.
आर आर आई के शुभारम्भ के साथ 3 लीवर फ्रेम केबिनों के माध्यम से सिग्नल इंटरलाकिंग की पुरानी प्रणाली का काम समाप्त हो गया.इस नई प्रणाली में एक बटन दबाने मात्र से ट्रेन का रूट बन कर सिग्नल होने की पूरी प्रक्रिया सेकेन्डों में पूरी हो जाती है. इस नई प्रणाली में पूरे झाझा यार्ड को ट्रैक सर्किटिंग, एल ई डी सिग्नल, शंट सिग्नल, एक्सल काउंटर, यु एफ एस बी आई एवं डाटा लागर जैसे आधुनिक उपकरणों के समावेश से ट्रेनों के संरक्षित एवं त्वरित परिचालन में मदद मिलेगी एवं ट्रेन के परिचालन में प्रति ट्रेन कम से कम औसतन 5 मिनट की बचत होगी. विदित हो कि मरेप्र ने इस वित्त वर्ष में झाझा सहित कई अन्य स्टेशनों में आर आर आई को पूरा करने का लक्ष्य रखा था जिसे मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता जो कि इसी महीने सेवा निवृत होने वाले है उनलोगों की प्रतिबध्दता ने पुरा कर दिखाया है. इस सिग्नल की निम्न विशेषता है .
मुख्य विशेषता:
Total route -179
Total main signal-25
Total shunt signal-40
Total motor point-58
रिपोर्ट -झाझा से चन्द्रशेखर