नई दिल्ली / पटना (निखिल के डी वर्मा) | मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत नवोदय विद्यालय समिति नवोदय विद्यालयों का संचालन करती है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) 2018 में जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. आईआईटी/ एनआईआईटी (विज्ञान प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग तथा गणित में) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है. मानव संसाधन विकास मंत्री ने आज एक ट्वीट के माध्यम से कहा,‘इस वर्ष नवोदय विद्यालयों के 4360 ग्रामीण छात्र जेईई एडवांस के लिए सफल घोषित किये गए हैं. जबकि पिछले वर्ष सफल छात्रों की संख्या 3653 थी. इस प्रकार सफल छात्रों की संख्या में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई. छात्रों को बधाई. यह सफलता गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर सरकार के फोकस को भी दर्शाती है.’
इस वर्ष 11653 नवोदय छात्रों ने जेईई (मुख्य) परीक्षा दी थी. इनमें से 4360 छात्र 20 मई, 2018 को होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा के लिए सफल घोषित किए गए हैं. सफलता 37 प्रतिशत है जो किसी भी अन्य विद्यालय समूह से बेहतर है. जेईई एडवांस परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त 4360 में से 444 छात्रों ने एनवीएस के पूर्व छात्रों तथा स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से कोचिंग में पढ़ाई की थी.
छात्रों ने आईआईटी, एनआईटी और आईआईएससी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में नामांकन की पहली सीढ़ी पार कर ली है. ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाशाली बच्चों को आधुनिक व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 1986 में नवोदय विद्यालों की स्थापना की गई थी. इन विद्यालयों के परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहे हैं. पूरे देश में (तमिलनाडु को छोड़कर) 625 जवाहर नवोदय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है. शिक्षा और आवास, भोजन आदि का पूरा खर्च सरकार वहन करती है.