आरा में 20 दिवसीय थियेटर वर्कशॉप आरंभ, प्रशिक्षक जहाँगीर खान ने गदगद हो कहा – यहाँ असीम सम्भवनाएँ
आयोजक ने अतिथियों को उपहार में दिए पौधे
आरा,18. किसी भी कार्यक्रम के लिए वह पल तब खास हो जाता है जब वहाँ पहुँचा अतिथि उस कार्यक्रम से प्रभावित हो उसकी तारीफ दूसरों से करने लगे. जी हाँ रविवार को आरा से पटना पहुँचने के बाद
रंगमंच के जाने-माने रंगकर्मी-निर्देशक जहाँगीर खान ने कुछ ऐसा ही किया. दरअसल मौका था अभिनव एवं ऐक्ट के 20 दिवसीय निःशुल्क नाट्य कार्यशाला के उद्घाटन का जहाँ वे पहले दिन ही बतौर प्रशिक्षक मंगलम द वेन्यू में पहुंचे थे.
युवाओं और बच्चों को ट्रेंनिग देने के बाद पटना लौटते ही सोशल मीडिया पर कार्यशाला के बारे में अपने अनुभव को शेयर करते हुए लिखा कि “आरा की धरती के बारे में सुना था, रविवार को काम करने के बाद युवाओं और बच्चों की ऊर्जा को देखकर अच्छा लगा.”
ये तारीफें उन्होंने आरा और आरा के युवा नवोदित कलाकारों की उर्जा से प्रभावित हो कहीं. उन्होंने थियेटर वर्कशॉप के पहले दिन बच्चों को टीम कोऑर्डिनेशन और टीम कम्युनिकेशन के बारे में कई गतिविधियों और थियेटर गेम के जरिये बताया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए भी कहा कि बच्चों में काफी संभावनाएं हैं.
रंगसंस्था अभिनव एंड एक्टिव क्रिएटिव थिएटर(ऐक्ट) द्वारा आयोजित 20 दिवसीय थियेटर वर्कशॉप का आज से शुभारंभ हो गया. आगामी 6 अगस्त तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि शहर के डॉ विजय कुमार गुप्ता व डॉ संगीता कुमारी गुप्ता ने मंगलम द वेन्यू में दीप प्रज्ज्वलित कर मंगलमय शुभारंभ किया. इस मौके पर विशिष्ट अथितियों के रूप में वरिष्ठ रंगकर्मी व रंग-गुरु चंद्रभूषण पांडेय,संस्था के संरक्षक तारकेश्वर शरण सिन्हा और प्रो नीरज सिंह ने भी संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित किया.
उद्घाटन के इस मौके पर डॉ विजय गुप्ता ने कहा कि अभिनव जैसी संस्था नाट्य कला के लिए जो अद्वितीय कार्य कर रही है वह अनमोल है. कला को नए युवाओं में पिरोने के इस नेक कार्य में जो भी सहयोग होगा उसके लिए मैं हमेशा तैयार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह परिवार के अच्छे संस्कार का परिणाम है कि हम जहाँ जन्म लेते हैं उस मिट्टी के लिए सोचते हैं. मैं भी इसी मिट्टी का हूँ और आयोजकों की तारीफ करते हुए कहा कि ये सभी भी इसी मिट्टी के हैं. आज संयोग है कि हम सब यहाँ की धरती और नई पीढ़ी के लिए कुछ कर रहे हैं. क्या पता इन नए पौधों में कला का कौन सा खूबसूरत फूल खिल जाए और इस जनपद का नाम रौशन करे. डॉ संगीता गुप्ता ने इस मौके पर कार्यशाला में आये सभी बच्चों को बधाई दिया और कहा कि आप सभी ऐसे दिग्गजों के बीच हैं जहाँ अपने सपने को कला के माध्यम से साकार कर सकते हैं. इसलिए मन लगाकर सीखिए और इस जिले का नाम रौशन कीजिये. वहीं इस मौके पर प्रो नीरज सिंह ने बच्चो को नाट्य कला के इतिहास के बारे बताया और कहा कि जीवन मे आगे बढ़ने के लिए सबसे जरूरी अनुशासन है. वही संस्था के संरक्षक तारकेश्वर शरण सिन्हा ने कहा कि कला जन्म से ही हमारे अंदर विद्यमान रहती है.
कार्यशाला में नाटक, डांस, म्यूजिक, क्राफ्ट, मेकअप व अन्य कला का निःशुल्क प्रशिक्षण कई नामी प्रशिक्षकों के माध्यम से दिया जाएगा. यह कार्यक्रम 20 दिनों तक लगातार जारी रहेगा. इस मौके पर आगत अतिथियों को संस्था की ओर से पौधा उपहार के रूप में दिया गया.
वर्कशॉप के पहले दिन इस मौके पर नन्ही सी खुशी गुप्ता ने एक भजन और एक शास्त्रीय गायन से जहाँ उपस्थित लोगों का मन मोह लिया वही नृत्य पेश कर लोगों की तालियाँ बटोरी. इशिका पांडेय, भव्या समृद्धि, ममता कुमारी, ने जहां सोलो डॉन्स की प्रस्तुति से वाहवाही बटोरी वही शानवी गुप्ता,अंजली और रागिनी ने ग्रुप डांस के जलवे से सबका दिल जीत लिया.
कार्यक्रम का संचालन संयोजक ओ पी पांडेय ने और धन्यवाद ज्ञापन रविन्द्र भारती ने किया. इस मौके पर वरिष्ठ रंगकर्मी व रंगगुरु चंद्रभूषण पांडेय, तारकेश्वर शरण सिन्हा, प्रो नीरज सिंह, लाल मोहन राय, अनिल सिंह, शैलेन्द्र सच्चु, शशि सागर बब्बू, प्रशांत चौधरी, मनोज श्रीवास्तव, सतीश मुन्ना, शमशाद प्रेम, भास्कर मिश्रा, कौशलेश कुमार के साथ प्रशिक्षक जहाँगीर खान और बच्चों के अभिभावक भी मौजूद थे.
आरा से सत्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट