जब दूल्हा ही गया “किनाय”

By om prakash pandey Oct 29, 2019

किनल दुल्हा नाटक का मंचन किया गया

गडहनी, 29अक्टूबर. प्रखण्ड क्षेत्र के काउप पंचायत अन्तर्गत मथुरापुर गाँव मे गोवर्धन पूजा के अवसर पर सोमवार की रात्रि मे आजाद नाट्य कला परिषद की ओर से किनल दुल्हा नाटक का शानदार प्रस्तुति किया गया।नाटक का उद्घाटन पंचायत के मुखिया पति सह सहायक शिक्षक ओम नारायण साह द्वारा फीता काटकर किया गया। मंच पर बीडीसी सदस्य मोहन राम वार्ड सदस्य रघुबर दयाल सिंह बैंक कर्मचारी इशलेश सिंह भाई दिनेश यादव चन्देश्वर यादव उपस्थित थे।मंच संचालन सुदर्शन यादव के द्वारा किया गया।




मुखिया पति ओम नारायण साह द्वारा बताया गया कि किनल दुल्हा एक पारिवारिक समाजिक नाटक है।इस नाटक के माध्यम से दहेज लेकर शादी विवाह करने के बाद दुल्हा कैसे बीबी का गुलाम बन कर रहता है और उसे कैसे कैसे जीवन यापन करना पडता है सन्देश दिया गया।किनल दुल्हा नाम से ही प्रतीत होता है कि इस दुल्हे का हर्ष क्या होता है।आज के समय मे दहेज अभिशाप बन गया है।हम सभी अपने लडकों को बाजार मे बस्तु बनाकर बेच रहें हैं।ऐसे मे हम बहुओं से क्या आशा कर सकते है।जैसा बोयेंगे वैसा ही काटना भी है।समाज मे फैले दहेज रूपी दानव बेटी बहुओं पर अत्याचार जुल्म ढा रहा है।इस पर हमे अंकुश लगाना होगा।हमे अपने बेटों को बेच कर बहुएं नही लाना बल्कि वर दान करना है जैसे कन्या दान होता है आदर्श आजाद कला परिषद के इस मंचन से गाँव सहित आसपास के ग्रामीणो ने भी नाटक का आनन्द उठाया।नाटक के बीच बीच मे सास्कृतिक पारम्परिक गीतों का भी दर्शकों ने आनन्द उठाया।पुरी रात दर्शक झुमते रहे।

गड़हनी से मुरली मनोहर जोशी की रिपोर्ट

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