बेइमानी और बेनामी संपत्ति के खिलाफ जन अधिकार पार्टी (लो) द्वारा मंगलवार को आयोजित शांतिपूर्ण गरीब अधिकार मार्च में पुलिस द्वारा लाठी चार्ज के विरोध में काला दिवस मनाया गया. पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अखलाक अहमद और प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस द्वारा लाठी चार्ज को दुभार्ग्यपूर्ण बताया. इस दौरान पार्टी के प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि प्रशासन ने राज्य सरकार के इशारे पर साजिश के तहत ये कार्रवाई की, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है.
उन्होंने कहा कि बेनामी संपत्ति और समान शिक्षा व स्वास्थ सुविधाओं की मांग को लेकर सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक पप्पू यादव के नेतृत्व में जन नायक कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती पर गरीब अधिकार मार्च का आयोजन किया गया था. शांति पूर्ण मार्च को प्रशासन ने पहले उकसाने की कोशिश की और फिर लाठीचार्ज किया. साथ ही ठंड के बावजूद भी वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इस दौरान पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता घायल हो गए, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल थीं.
अहमद ने बताया कि प्रशासन ने पहले लोकतांत्रिक अधिकारों को हनन किया, फिर राज्य सरकार के इशारे पर सांसद पप्पू यादव और पार्टी के अन्य नेताओं पर मुकदमा दर्ज करा लोकतंत्र की मर्यादा को ध्वस्त करने का काम किया. राज्य सरकार हर बार पुलिसिया जोर – जुर्म से आंदोलनों को कुचलने का काम करती है, जो संविधान से मिले जनहित में आंदोलन के अधिकार से वंचित करना है. उन्होंने कहा कि बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह, राघवेंद्र कुशवाहा, राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश प्रवक्ता राजीव कुमार, छात्र नेता गौतम आनंद, श्याम सुंदर के अलावा अन्य लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई की निंदा की. साथ ही नीतीश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतांत्रिक मर्यादाओं का हनन और विपक्षी दलों के आंदोलनों को लाठी – डंडे और मुकदमों से कुचलने की कोशिश ना करें, वर्ना पार्टी इसके खिलाफ सड़क से संसद तक आंदोलन करेगी.