नेहा राठौड़ को नोटिस जारी करना अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला:  इप्टा




सरकार यह नोटिस वापस ले और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बंद करे

इप्टा ने नेहा सिंह राठौर के साथ एकजुटता व्यक्त की

उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा नेहा सिंह राठौर को उनके गाने यूपी में का बा सीजन-2 के लिए नोटिस जारी करने का इप्टा कड़ा विरोध करती है. नेहा सिंह राठौर अपने गीतों के जरिए जन मुद्दों को उठाती रही हैं और सरकार की गलत नीतियों का विरोध करती रही हैं. इस गीत में कानपुर में बुलडोज़र से घर गिराने और मां-बेटी की मौत पर सवाल उठाया गया है जो वाजिब सवाल है और सिर्फ कानपुर ही नहीं पूरे देश की महिलाओं का भी सवाल है. एक कलाकार होने के नाते अपने गीतों के जरिए पुलिस दमन का विरोध करने का लोकगायिका नेहा को अधिकार है. योगी सरकार दमनकारी बुलडोजर राज बंद करे और लोकगायिका पर नहीं बल्कि कानपुर जिले के  पुलिस और जिला प्रशासन के विरुद्ध हत्या का मुक़दमा दर्ज कराना चाहिए. तनवीर अख्तर ने कहा कि इप्टा मांग करती है की सरकार यह नोटिस वापस ले और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बंद करे.

पुलिस द्वारा प्रख्यात लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के “यूपी में का बा 2” गीत पर समाज मे वैमनस्य और तनाव का अनर्गल आरोप लगाए जाने और नेहा से स्पष्टीकरण की कार्यवाही को अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बताया है. इप्टा की राष्ट्रीय समिति ने नेहा सिंह राठौर के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से इस अनर्गल और असंवैधानिक कार्यवाही को तत्काल वापस लेने की मांग की है और इप्टा की सभी इकाइयों का आह्वान किया है कि वे अपने स्तर पर अन्य सभी सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों के साथ मिल कर बोलने की आज़ादी के पक्ष में सांस्कृतिक प्रतिरोध की कार्यवाही सुनिश्चित करें और उत्तर प्रदेश सरकार को असंवैधानिक नोटिस वापस करने के लिए ज्ञापन भेजें. इप्टा के राष्ट्रीय महासचिव राकेश ने बताया है कि नेहा सिंह राठौर डाल्टनगंज (झारखंड) में 17 से 19 मार्च तक इप्टा के राष्ट्रीय सम्मेलन और सांस्कृतिक उत्सव में एक विशिष्ट अतिथि कलाकार के रूप में भागीदारी करेंगी.

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By pnc

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