3 करोड़ के मिलेंगे पुरस्कार, रजिस्ट्रेशन कल से
अध्यात्म पर आधारित अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड 300 जिलों में होगा
3 अक्तूबर से अभ्यर्थियों का देशव्यापी रजिस्ट्रेशन प्रारंभ
वेद, उपनिषद, रामायण, गीता, भारतीय दर्शन-चिन्तन पर आधारित होगी वस्तुनिष्ठ परीक्षा,
लगभग 3 करोड़ रुपये के पुरस्कार मिलेंगे
पटना, 2 अक्टूबर(ओ पी पांडेय). नए जमाने के टेक्नोलॉजी ने इस कदर शिक्षा व्यवस्था को बना दिया है कि लोगों को मैकाले द्वारा बनाई शिक्षा से बाहर निकलने में काफी कठिनाई हो रही है. तकनीक ने आगे बढ़कर मनुष्य को भी तकनीकी मनुष्य में ऐसा व्यस्त कर दिया है कि मानव अब मशीनी मानव बन गया है. ऐसे में वेद,पुराण,दर्शन और ऋषि परंपरा की जगह तकनीक और विज्ञान के गढ़े शब्दों ने शिक्षा के मकड़जाल में सबको गढ़ रखा है. ऐसे मकड़जाल से नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और अध्यात्म की ओर मोड़ना एक टेढ़ा कार्य है. लेकिन इसे चुनौती के रुप में स्वीकारा है अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड परिषद (ISO) ने. अध्यात्म पर आधारित अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड का आयोजन देश में पहली बार किया जा रहा है.
अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड परिषद यह आयोजन भारतीय संस्कृति, परंपरा, दर्शन और अध्यात्म के प्रति छात्रों, युवाओं और आम जनों में अभिरुचि जगाने और उन्हें भली भांति अवगत कराने के उद्देश्य से कर रहा है. इसके लिए वेद, उपनिषद, रामायण, गीता, महाभारत, ॠषि परंपरा, भारतीय दर्शन-चिन्तन और भारतेतर दर्शन-चिन्तन, अध्यात्म एवं आधुनिक विज्ञान आदि विषयों को समाहित करता एक समग्र पाठ्यक्रम तैयार किया गया है.
“अ से अध्यात्म” और “ए फार अध्यात्म” नाम से क्रमशः हिन्दी और अंग्रेजी में यह पुस्तक तैयार की जा रही है. यह पुस्तक भारतीय ज्ञान-परंपरा व संस्कृति के विद्वानों की टीम द्वारा तैयार की जा रही है.
अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड की पूरी संरचना भारत के प्रमुख संतों, धर्माचार्यों, शंकराचार्य, रामानुजाचार्य, मधवाचार्य, रामानन्दाचार्य, वल्लभाचार्य, अखाड़ों के आचार्य महामंडलेशवर के अतिरिक्त अध्यात्म, योग, शिक्षा, सेना, प्रशासन समेत विभिन्न विधाओं में महत्वपूर्ण हस्तक्षेप रखने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों से वृहद विचार-विमर्श और मंथन के बाद तैयार की गयी है.
भारत में पहली बार हो रहे अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड के लिए देशव्यापी पंजीकरण अभियान 3 अक्तूबर से प्रारंभ हो रहा है. शारदीय नवरात्रि के पहले दिन यह प्रकल्प प्रारंभ किया जा रहा है. अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड परिषद, नोएडा के वेबसाइट (www.isocouncil.org) पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, शिक्षण संस्थानों के माध्यम से या सीधे भी किया जा सकता है.
6 श्रेणियों में कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
रजिस्ट्रेशन के लिए कुल 6 विभाजन किये गए हैं.
ग्रुप A से F तक कुल 6 श्रेणियों में अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन होगा. सबसे खास बात यह है कि इन ग्रुप विभाजन में एक विभाजन बच्चों के साथ उनके अभिभावकों का है जो स्वतंत्र रूप से भर सकते हैं.
ग्रुप A : कक्षा 1 और 2 के विद्यार्थी
ग्रुप B : कक्षा 3 से कक्षा 5 तक,
ग्रुप C : कक्षा 6 से 8 तक,
ग्रुप D : कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थी,
ग्रुप E : स्नातक, पीजी, शोध आदि के विद्यार्थी और
ग्रुप F : विद्यार्थियों के अभिभावकों को रखा गया है.
31 अगस्त 2025 को होगी परीक्षा
भारत के 36 राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों के लगभग 300 जिलों में 31 अगस्त को ऑफलाइन पेन-पेपर परीक्षा एक साथ होगी. परीक्षा का माध्यम हिन्दी और अंग्रेजी होगा. सभी ग्रुप के लिए पुस्तक भी अलग-अलग खण्डों में तैयार की जा रही है. अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड के वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले अभ्यर्थियों को उनके पते पर यह पुस्तक भेजी जाएगी. इस पुस्तक में वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर भी होंगे. इस पुस्तक के विभिन्न अध्याय और माॅडल प्रश्नोत्तर से ही 31 अगस्त की परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे.
10-10 लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार मिलेगा
अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड की फाइनल प्रतियोगिता (ISO Finals) में सभी 6 ग्रुप में प्रथम पुरस्कार पाने वाले प्रत्येक विजेता को 10-10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. द्वितीय स्थान वाले को 5-5 लाख रुपये, तीसरे स्थान वाले को 2.5-2.5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, चौथा स्थान वाले को डेढ़-डेढ़ लाख और पांचवें स्थान पर रहने वाले प्रतिभागियों को एक-एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. 31 अगस्त 2025 को आयोजित होनेवाली देशव्यापी परीक्षा का रिजल्ट 28 सितंबर को जारी होगा. इसमें सभी 6 ग्रुप से सर्वोच्च 50-50 अभ्यर्थियों का चयन नेशनल मेरिट लिस्ट से होगा. इसके बाद बची मेरिट लिस्ट से सभी 36 राज्यों में सभी 6 श्रेणियों के एक-एक टापर भी इस परिणाम से चुने जाएंगे. इस प्रकार कुल 516 अभ्यर्थियों को 28 सितंबर के परिणाम से चयनित किया जाएगा.
दूसरे राउंड के लिए दिल्ली बुलाया जाएगा
अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड परिषद उन्हें उनके दो अभिभावकों के साथ दिल्ली आमंत्रित करेगा. अगले साल 2025 में 14 दिसंबर को उन चयनित 516 अभ्यर्थियों के बीच ISO Finals प्रतियोगिता होगी. इनमें से सभी 6 ग्रुप से 5-5 टापर चुने जाएंगे जिन्हें 1 लाख रुपये से 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार उपरोक्त वर्णित दिया जाएगा. इसके लिए 15 और 16 दिसंबर को दिल्ली में एक भव्य कार्यक्रम होगा. अंतिम परीक्षा (ISO Finals) के लिए चयनित कुल 516 अभ्यर्थियों में से गरीब (BPL) विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति भी दी जाएगी.
3600 जिला टॉपरों को भी मिलेगा सम्मान
परीक्षा वाले 300 जिलों में सभी 6 श्रेणियों के जिला टापर और एक रनर अप को यानी कुल 3600 अभ्यर्थियों को विशेष ट्राफी और पदक से सम्मानित किया जाएगा. सभी 300 जिलों से 3-3 शिक्षण संस्थानों को यानी कुल 900 संस्थानों को भी अन्तर्राष्ट्रीय अध्यात्म ओलम्पियाड के लिए किए गये विशेष योगदान के लिए ट्राफी और पदक भेंटकर उन्हें सम्मानित किया जाएगा. आनेवाले वर्षों में क्षेत्रीय भाषाओं में भी पाठ्यक्रम तैयार करने और उन भाषाओं में परीक्षा कराने की बड़ी योजना भी है.
अब देखना यह होगा कि इस बड़े आयोजन के बाद विद्यार्थियों का या उनके अभिभावकों का झुकाव आध्यात्मिकता में कितना बढ़ता है. वैसे एक बात तो तय है कि इतनी बड़ी राशि में पुरस्कार बच्चों और उनके अभिभावकों में आध्यात्मिक चीजों को जानने के लिए उत्सुक तो कर ही देंगी.