वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल और एमएमटीसी की एक स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है कि सोने के सिक्कों के बाजार में पिछले साल केंद्र सरकार की ओर से जारी इंडियन गोल्ड कॉइन ग्राहकों की पहली पसंद बन चुका है.यह दावा किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार शुद्धता की गारंटी के चलते लोग इसे अनब्रैंडेड सिक्कों की तुलना में ज्यादा खरीद रहे हैं. दूसरी ओर ज्वेलरी व्यवसाइयों का कहना है कि यह स्टैंडर्ड रेट और उनके अपने सिक्कों के मुकाबले 8-10 प्रतिशत महंगा है, जिससे आम ग्राहक इसे नहीं खरीद पाते हैं.इसके अलावा त्योहारी मौके पर लोग लक्ष्मी, गणेश, साईं बाबा के चित्रों वाले सिक्के ज्यादा पसंद करते हैं और यह सिक्का उनकी जगह नहीं ले सकता. आकड़ों पर गौर करें तो पिछले एक साल में 185 किलोग्राम सिक्कों की बिक्री हो चुकी है.सर्वे में सामने आया है कि लोग आम सिक्कों के मुकाबले शुद्धता की गारंटी, सरकारी सपॉर्ट और ब्रैंड वैल्यू के चलते इंडिया गोल्ड कॉइन को तरजीह दे रहे हैं. दिवाली के अलावा लोग इसे बर्थडे, शादी और दूसरे मौकों पर गिफ्ट देने के लिए भी ले रहे हैं.इन्डियन गोल्ड कॉइन इन्डियन गोल्ड मॉनेटाईज़ेशन प्रोग्राम का हिस्सा है. यह कॉइन पहला राष्ट्रीय कॉइन है जिस पर एक ओर राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र और दूसरी ओर महात्मा गांधी का चित्र बना है . ये कॉइन्स 5 और 10 ग्राम में भी उपलब्ध हैं 20 ग्राम का बार/बुलियन भी उपलब्ध हैं . इन्डियन गोल्ड कॉइन अपने आप में बेजोड़ है, जिसमें एडवान्स्ड एन्टी काउन्टर फ़ीट विशेषताएं और टैम्पर-प्रूफ़ पैकेजिंग हैं जिससे आसानी से रिसाइकलिंग हो सकेगी.
कॉइन की विशेषताएं
प्योरिटी-इन्डियन गोल्ड कॉइन 24 कैरेट प्योरिटी के साथ व 999 फाइनेंस के साथ हैं
हॉलमार्क्ड-सभी कॉइन्स पर बीआईएस (BIS) स्टैन्डर्ड के अनुसार हॉलमार्क है
सुरक्षा-टैम्परिंग से बचाने वाली पैकिंग और एडवान्स्ड एन्टी काउन्टरफ़ीट विशेषताएं, इस कॉइन को सुरक्षित और रिसाइकल करने में आसान बनाती हैं
उपलब्धता -इस कॉइन को विशेष और अधिकॄत एमएमटीसी आउटलेस्ट और बैंकों के माध्यम से वितरित किया जा रहा है