भारत के दिव्यांग सत्येंद्र ने तैरकर पार किया इंग्लिश चैनल,रचा इतिहास




लन्दन से फ्रांस और फ़्रांस से लन्दन की 70 किमी की दूरी 31घंटे 29 मिनट में किया पूरा

जन्म के 15 दिन बाद से हैं दिव्यांग

मौसम और मछलियों से लड़ते हुए आगे बढ़ते रहे

28 राष्ट्रीय पदक के साथ चार अंतरराष्ट्रीय पदक भी जीता

दिव्यांग तैराक सत्येंद्र सिंह ने लंदन से  फ्रांस और फ्रांस से लंदन तक 72 किमी की मैराथन तैराकी सफलतापूर्वक पूरी की. इस रिले तैराकी में छह दिव्यांग तैराकों के दल का उन्होंने नेतृत्व किया। सत्येंद्र ने अपनी टीम के साथ 18 जुलाई को यूके में डोबर समुद्रतट से स्थानीय समयानुसार रात्रि 3.17 मिनट पर तैराकी शुरू की. यहाँ से टीम फ्रांस के बेसेंट समुद्रतट शाम को 5.17 मिनट पर पहुंची। यहां से वापस यूके के डोबर समुद्रतट के लिए टीम ने तैराकी शुरू की। टीम 19 जुलाई को स्थानीय समयानुसार 10.40 मिनट पर वापस यूके पहुंची. इस तरह 31 घंटे 29 मिनट में टीम ने कुल 70 किमी की दूरी तय की। सत्येंद्र इंदौर में वाणिज्यकर विभाग में पदस्थ मूलतः मप्र के भिंड के रहने वाले हैं.

तैराकों के लिए इंग्लिश चैनल दुनिया में सबसे मुश्किल माना जाता है। यहां पता नहीं होता है कि कब मौसम बदल जाए.सत्येंद्र ने इससे पहले 24 जून 2018 को इंग्लिश चैनल एक और तैरकर पार किया था. तब 12 घंटे 26 मिनट में वे लंदन से फ्रांस तक गए थे। अब अपनी टीम के साथ दोनों ओर की दूरी पार की है.

सत्येंद्र ने बताया कि इस दौरान समुद्र में तापमान 14 डिग्री था। यहां ठंडे पानी में तैरना खासा मुश्किल था। रास्ते में मछलियों ने भी काटा. खासकर जैली फिश’ ने बहुत परेशान किया. यह मछली चिपक जाती है.इसकी रगड़ लगने से त्वचा पर जलन और खुजली होती है. लहरों और वर्षा से भी परेशानी होती है. वापस लौटते समय मौसम कुछ खराब हुआ और वर्षा होने लगी. जिससे परेशानी बढ़ी.

सत्येंद्र का जन्म सामान्य बच्चे की तरह हुआ था, लेकिन जन्म के 15 दिन बाद बीमारी के कारण शरीर का निचला हिस्सा दिव्यांग हो गया. ऐसे हालात बहुत से लोग निराश हो जाते हैं, लेकिन सत्येंद्र ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने तैराकी का प्रशिक्षण प्रारंभ किया। वे पैरा तैराकी में अब तक 28 राष्ट्रीय पदक जीत चुके हैं जबकि चार अंतरराष्ट्रीय पदक भी हासिल किए हैं. वर्ष 2019 में सत्येंद्र ने 45 किमी लंबे कैटलीना चैनल अमेरिका (कैलिफोर्निया) को तैरकर पार किया, तब पानी का तापमान 16 डिग्री था। वे ऐसी कई मुश्किल जल यात्राएं सफलतापूर्वक कर चुके हैं.

रवीन्द्र भारती

By pnc

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