मोदी बोले- भारत 2030 में यूथ ओलिंपिक्स और 2036 में ओलिंपिक्स की मेजबानी के लिए तैयार
37वें नेशनल गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी
भारत की गली-गली में टैलेंट की कमी नहीं
सरकार ने स्पोर्ट्स के लिए खर्च बढ़ाया
नेशनल गेम्स की ऑफिशियल ओपनिंग सेरेमनी गोवा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शुरू हुई. पीएम नरेंद्र मोदी शाम करीब 6:45 बजे स्टेडियम पहुंचे. उन्होंने कहा, देश 2030 में यूथ ओलिंपिक्स और 2036 में ओलिंपिक्स की मेजबानी के लिए तैयार है.पीएम मोदी को नेशनल हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने नेशनल गेम्स की मशाल सौंपी. पीएम ने मशाल को स्टेज पर स्थापित करने के बाद दर्शकों को संबोधित किया. मोदी ने कहा , ‘भारत साल 2030 में यूथ ओलिंपिक्स और 2036 में ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है. गोवा में जो स्पोर्ट्स का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हुआ है, इससे नए खिलाड़ियों को तैयारी करने का मौका मिलेगा.’
पीएम मोदी ने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘ये राष्ट्रीय खेल ऐसे समय पर हो रहे हैं जब भारत सफलता की नई ऊचाइयां छू रहा है. जो 70 साल में नहीं हुआ, वह इस बार हमने एशियाई खेलों में होते देखा. इस बार भारतीय एथलीट्स ने 100 से ज्यादा मेडल जीतकर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. ये नेशनल गेम्स एक प्रकार से सभी नौजवान खिलाड़ियों के लिए एक मजबूत लॉन्च पैड है. आपके सामने कितने अवसर हैं उनको ध्यान में रखते हुए पूरे दम-खम के साथ आपको श्रेष्ठ प्रदर्शन करना है. वादा करो पुराने रिकॉर्ड तोड़ोगे. मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.’
पीएम ने कहा, ‘भारत की गली-गली, कोने-कोने में टैलेंट की कोई कमी नहीं है. भारत ने अभाव में भी चैम्पियन पैदा किए हैं. मेरे साथ मंच पर मेरी बहन पीटी उषा बैठी हुई हैं. लेकिन एक कमी खलती थी कि इंटरनेशनल इवेंट की मेडल टैली में हम बहुत पीछे रह जाते थे. फिर इस पीड़ा को राष्ट्रीय संकल्प से दूर करने का हमने बीड़ा उठाया.’
पीएम बोले, ‘हम इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव लाए, चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाए. हमने नए खिलाड़ियों को आर्थिक मदद देने वाली और ट्रेनिंग देने वाली योजनाओं पर काम किया. सामाजिक सोच को बदलने और उन रोड़ों को दूर करने का काम किया. सरकार ने टैलेंट की खोज से उन्हें ओलिंपिक पोडियम तक पहुंचाने का रोडमैप बनाया. इसका बदलाव हम पूरे देश में देख रहे हैं. पुरानी सरकार में स्पोर्ट्स के बजट को लेकर भी संकोच का भाव रहता था. सोचा जाता था कि खेल तो खेल है इस पर क्या खर्च करना. हमने इसका खर्च बढ़ाया. इस साल स्पोर्ट्स पर खर्च 9 वर्ष पहले की तुलना में तीन गुना है.’
मोदी ने कहा कि टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम के तहत देश के शीर्ष खिलाड़ियों को दुनिया की श्रेष्ठ ट्रेनिंग दी जाती है. खेलो इंडिया योजना के तहत हमारे 3000 युवाओं की ट्रेनिंग चल रही है. इसमें हर खिलाड़ी को प्रति वर्ष 6 लाख रुपए से अधिक की स्कॉलरशिप दी जा रही है. इनमें से निकले करीब सवा सौ खिलाड़ियों ने एशियाड में हिस्सा लिया. जिन्होंने 36 मेडल जीते.
पीएम ने रथ पर लगाया स्टेडियम का चक्कर
प्रधानमंत्री मोदी शाम करीब 6:45 स्टेडियम पहुंचे. उन्होंने रथ पर सवार होकर स्टेडियम का चक्कर लगाया. फिर वह स्टेज पर पहुंचे, जहां उन्हें गोवा की स्पेशल शॉल पहनाई गई.इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने भी दर्शकों को संबोधित किया. उन्होंने नेशनल गेम्स में पीएम का स्वागत किया. गोवा के लोक कलाकार और जिम्नास्टिक प्लेयर्स ने भी सेरेमनी में परफॉर्म किया.
सुखविंदर सिंह की परफॉर्मेंस से शुरू हुई सेरेमनी
नेशनल गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी गोवा के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में शाम 6:30 बजे शुरू हुई. सिंगर सुखविंदर सिंह ने सबसे पहले परफॉर्म किया. उन्होंने ‘जय हो’, ‘कर हर मैदान फतह’, ‘चक दे इंडिया’ और ‘छैया छैया’ जैसे फेमस गानों से सेरेमनी देखने आए दर्शकों को मोहित किया.
पहली बार गोवा कर रहा मेजबानी
नेशनल गेम्स गोवा के पांच शहरों (मापुसा, मडगांव, पणजी, पोंडा और वास्को) में आयोजित किए जा रहे हैं. गोवा पहली बार नेशनल गेम्स की मेजबानी कर रहा है. गोवा में गेम्स के 45 इवेंट्स होंगे, लेकिन साइकिलिंग और गोल्फ के मुकाबले दिल्ली में होंगे.गोवा में आयोजित नेशनल गेम्स में कुल 47 इवेंट्स होंगे. इनमें 10,000 से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं. नेशनल गेम्स में भारत के विभिन्न राज्यों की टीमों के अलावा इंडियन आर्म्ड फोर्सेज की स्पोर्ट्स टीम और सर्विसेज भी हिस्सा लेती हैं. सर्विसेज ने पिछले 4 नेशनल गेम्स में पहला स्थान हासिल किया है. नेशनल गेम्स 2023 में कई नए खेलों जोड़ा गया है. इनमें बीच फुटबॉल, रोल बॉल, गोल्फ, सेपकटकरा, स्क्वे मार्शल आर्ट, कलियारापट्टू और पेंचक सिलाट शामिल हैं. वहीं, इस बार वॉलीबॉल को नेशनल गेम्स में जगह नहीं मिली हैं.
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