लता मंगेशकर और कवि कैलाश की याद में सुरों की महफ़िल




सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था प्रेम का सुसाज का आयोजन

कार्यक्रम का संचालन पत्रकार ,रंगकर्मी शमशाद प्रेम ने किया

भारत रत्न लता मंगेशकर की जयंती के अवसर पर सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था प्रेम का सुसाज के बैनर तले रेड क्रास सोसायटी के सभागार में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसका उद्घाटन कार्यक्रम की सभी गायिकाएं सुनीता पांडेय, संजना सिंह, रजनी शाक्या, प्रत्यक्षा मिश्रा, अम्बे शरण, अलका शरण व अंजली ने संयुक्त से दीप जलाकर किया. कार्यक्रम में लता मंगेशकर के साथ जयंती पर अमर स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह और भोजपुर के स्वतंत्रता सेनानियों में अग्रणी कवि कैलाश को शहादत दिवस पर याद किया गया.

मंच संचालन करते हुए कार्यक्रम के संयोजक संस्कृतिकर्मी शमशाद ‘प्रेम’ ने कहा कि लता मंगेशकर बचपन से ही संघर्ष करते हुए फिल्म संगीत के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई. लगभग 36 भाषाओं में 30 हजार से अधिक गीतों को आवाज दी. भारत रत्न समेत अन्य सम्मानों से सम्मानित होने के बावजूद उन्हें कोई अहं नहीं था. छह बार फिल्म फेयर सम्मान से सम्मानित होने के बाद लता मंगेशकर ने वर्ष 1970 के बाद इस पुरस्कार को यह कहकर लेने से इन्कार कर दिया मेरे बदले नए कलाकारों को मिलना चाहिए. भगत सिंह और कवि कैलाश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान को भुलाया नहीं जा सकता.

कार्यक्रम में कलाकारों ने लता मंगेशकर के गाये गीतों को गाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. रजनी शाक्या ने ऐ मेरे वतन के लोगों…, नाम गुम जाएगा चेहरा ये बदल जाएगा…, अगर मुझसे मोहब्ब्त है…, सुनीता पांडेय ने रहें न रहें हम महका करेंगे बन के कली…, तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है…, रमेश कुमार ने लो आ गई उनकी याद…, तुम मुझे यूं भुला न पाओगे…, राजकुमार ने ज्योत से ज्योत जलाते चलो…, मां मुझे अपने आंचल में छिपा ले…, अम्बे शरण ने दुश्मन न करे दोस्त ने…, अंजली कुमारी ने ओ पालन हारे…, अल्का शरण ने तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है…, प्रत्यक्षा ने आपकी नजरों ने समझा…, नवीन पांडेय ने छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए…,  शमशाद ने अहसान तेरा होगा मुझ पर…, संजना सिंह ने मेरे नैना सावन भादो… ने प्रस्तुत किया. वहीं युग्ल गीतों में सुनीता पांडेय और नवीन पांडेय ने झिलमिल सितारों का आंगन होगा… और धर्मेन्द्र सिंह व रजनी शाक्या ने किसी राह में किसी मोड़ पर… व वादा कर ले साजना तेरे बिना…प्रस्तुत किया. इस अवसर पर रेड क्रास की सचिव डा. विभा कुमारी, डा. रीता शर्मा, साहित्यकार जनार्दन मिश्र, कवयित्री डा. किरण कुमारी, शिक्षिका पुनीता सिंह, शिक्षक हरिश्चन्द्र साह, संगीत प्रेमी इकबाल इल्मी, रंगकर्मी दिनेश सैनी आदि मौजूद थे.

ओ पी पाण्डेय, आरा

By pnc

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