जदयू अधिवेशन में नीतीश को पीएम बनाने की मांग गूंजती रही
ललन सिंह ने कहा 40 में 40 सीट जीतेंगें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है. खुला अधिवेशन में नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की ताजपोशी की गई. इस दौरान खुले अधिवेशन को संबोधित करते हुए जदयू नेताओं ने पार्टी को मजबूत करने के साथ ही नीतीश कुमार के कामकाज की तारीफ की और दिल्ली चलो का नारा देते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश के नेतृत्व में लाल किले पर झंडा फहराने की बात कही. इस दौरान जब नीतीश कुमार मंचासीन हुए तो भीड़ की ओर से जोरदार नारेबाजी होनी लगी. देश का प्रधानमंत्री कैसा हो, नीतीश कुमार के जैसा हो, नारा लगता रहा.
वहीं, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार को वर्ष 2024 में देश का प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प दोहराया. नेताओं ने कहा कि 2024 में नीतीश कुमार को लाल किले पर झंडा फहराते देखना उनका सपना है. यानी 15 अगस्त 2024 को स्वतंत्रता दिवस पर नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री के रूप में लाल किले पर झंडा फहराएं. इसे लेकर अधिवेशन में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया गया. खुला अधिवेशन में देश भर से जदयू नेता पटना आए थे. हालांकि, जदयू की तमाम कोशिशों के बाद भी पार्टी अभी तक बिहार सहित दो राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा ही लिए हुए है. अगर पार्टी को एक और राज्य में राज्य स्तरीय दर्जा मिल जाता है तो इसके बाद जदयू को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त हो जाएगा.
इसलिए खुला अधिवेशन में मुख्य रूप से पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने के लिए नागालैंड विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने पर मंथन हुआ.अधिवेशन को संबोधित करते हुए जदयू नेताओं ने दिल्ली चलो का नारा देते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में लाल किले पर झंडा फहराने की बात कही. इतना ही नहीं जदयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने यहां तक कह दिया कि सिर्फ 6 महीने के लिए नीतीश जी को दिल्ली भेजिए, भाजपा की सरकार चली जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि 2024 में सिर्फ नीतीश कुमार फार्मूला कामयाब होगा. त्यागी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा है कि भ्रष्टाचार विरोध और परिवार विरोध के मुद्दे पर 2024 में लोकसभा चुनाव होगा और हमारे नेता नीतीश कुमार इन दोनों मामले में नंबर वन हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा के चुनाव में सिर्फ नीतीश फार्मूला कामयाब होगा. विपक्ष का बाकी कोई फार्मूला काम नहीं आयेगा. आज संवैधानिक संस्था का मखौल उड़ाया जा रहा है.
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