राज्य में शराबबंदी पूरी तरह फेल
हायाघाट में शराब पीने से हुई मौत पर प्रशासन का निष्ठुर रवैया
तीन की मौत, एक इलाजरत, दूसरे को अस्पताल से भगाया
पीड़ित परिजनों को मिले चार चार लाख का मुआबजा
संजय मिश्र,हायाघाट, दरभंगा
देश के अन्य भागों की तरह दरभंगा में मां दुर्गा की आराधना में भक्त लीन हैं. जिले के हायाघाट इलाके में एक तरफ भक्ति भाव के दर्शन हो रहे तो दूसरी ओर लोगों के जेहन में कसक सी भरी है. इसी क्षेत्र के पौराम पंचायत के मकसूदपुर में ठीक कलश स्थापना यानि रविवार 15 अक्टूबर 2023 के दिन मातम छा गया. बदनशीब परिवारों के 5 सदस्य जहरीली शराब पीने से बीमार पड़ गए. हालत बिगड़ते देख पांचों पीड़ितों को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया जहां तीन को मृत घोषित किया गया.
उस मनहूस दिन की कसक आज भी दिखने को मिल रही है. तीन परिवारों के सदस्य के खुले बदन पर अंतिम संस्कार के निमित पहनी जाने वाली उतरी चीख चीख कर उनके दर्द बयां कर रही हैं. उनकी सिसकी सुनने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और हायाघाट के विधायक राम चंद्र प्रसाद उन परिवारों के यहां हो आए हैं. स्थानीय विधायक हैं लिहाजा आंसू पोछना फर्ज है. गुरुवार 19 अक्टूबर को डीएमसीएच के आईसीयू गए जहां इलाजरत अर्जुन दास, पिता राम अशीष दास का हाल चाल जाना.उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक इस कांड के दूसरे जीवित मरीज को प्रशासनिक अमले ने डरा धमका कर अस्पताल से भगा दिया है. डीएमसीएच से लौटने के बाद हायाघाट विधायक राम चंद्र प्रसाद ने अपने पैतृक आवास पर प्रेस मीट की.
उन्होंने सीएम नीतीश पर कठोर प्रहार करते हुए कहा कि सरकार की शराब बंदी नीति गरीबों के लिए काल साबित हो रही है. राज्य भर से जहरीली शराब पीने से हुई मौत की खबर आती है. शराब के अवैध धंधे का मजबूत जाल बिछा हुआ है जिसे सरकारी संरक्षण मिला हुआ है. हायाघाट विधायक डा० रामचन्द्र प्रसाद ने आरोप लगाया कि गरीब दुखिया को बचाने के लिए नही बल्कि शराब नीति के चलते गरीब दुखिया को दबाया जा रहा है.प्रेस मीट के दौरान विधायक ने कहा कि हायाघाट क्षेत्र में जगह जगह शराब बनाने से लेकर उसके अवैध कारोबार की जानकारी लोकल प्रशासन को है. समय रहते वे सक्रिय रहते तो इतनी बड़ी विपदा नहीं आती.
विधायक ने सिस्टम के निष्ठुर आचरण पर हैरानी जताई. उन्होंने बताया कि एक का पोस्टमार्टम हुआ दो मृतकों का आनन फानन में दाह संस्कार करवा दिया गया. उन्होंने कहा कि इसका साफ उद्देश्य था कि जहरीली शराब पीने से हुई मौत का पता न चले.विधायक ने सीएम नीतीश के उस बयान की याद दिलाई कि जो पिएगा सो मरेगा. उन्होंने स्थानीय प्रशासन से उम्मीद जताई कि झकझोरने वाले उस बयान के भाव पर ध्यान न देकर करुणा का भाव जगाएं. किसी भी तरह से हुए मौत पर अमानवीय रुख ठीक नहीं. उन्होंने मांग की है कि मृतकों के परिजन को चार चार लाख रुपए मुआवजा दें. इलाजरत पीड़ित को उचित मुआवजा देने की व्यवस्था हो. मौत के कारणों को झुठलाना बंद करें.
आपको बता दें कि इस शराब कांड में मृतकों में मकसूदपुर के वार्ड 2 के संतोष दास (30 वर्ष, पिता राम नरेश दास), वार्ड 2 के ही दशरथ सहनी(45 वर्ष, पिता विल्टू सहनी) और वार्ड 2 के ही लालटून सहनी (45 वर्ष, पिता भूटू सहनी) शामिल हैं. इसके अलावा अर्जुन दास 28 वर्ष इलाजरत हैं. पांचवें पीड़ित कहां हैं उसके संबंध में पटना नाउ को अभी पता नहीं है. प्रेस मीट में बीजेपी के हायाघाट मंडल अध्यक्ष नवीन चौधरी, जिला महामंत्री किसान सह विधायक प्रतिनिधि राजेश कुमार चौधरी, विश्व हिन्दु परिषद प्रखंड अध्यक्ष रंधीर झा, मिर्जापुर पंचायत अध्यक्ष विनय कुमार चौधरी, दिलीप पासवान आदि मौजूद रहे.